झांसी का पौराणिक महाकाली मंदिर है खास, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी यहां करवा चुकी हैं अनुष्ठान

झांसी। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इसी के साथ देवी दुर्गा के मंदिर पूरे प्रदेश में सज चुके हैं। भक्त नौ दिन व्रत रखकर माता रानी को खुश करने में लगे हैं और माता रानी के दर्शन कर रहे हैं। वहीं झांसी में मां दुर्गा के ही रूप महाकाली का एक पौराणिक मंदिर …
झांसी। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इसी के साथ देवी दुर्गा के मंदिर पूरे प्रदेश में सज चुके हैं। भक्त नौ दिन व्रत रखकर माता रानी को खुश करने में लगे हैं और माता रानी के दर्शन कर रहे हैं। वहीं झांसी में मां दुर्गा के ही रूप महाकाली का एक पौराणिक मंदिर है।
इस मंदिर में दर्शन करने दूर दूर से लोग आते हैं। यह देश के शक्तिपीठों में से एक मंदिर है। यहां पर देश के बड़े राजनेता आते रहते हैं और बड़े धार्मिक अनुष्ठान करवाते हैं। यहां पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी भी आ चुकी है और धार्मिक अनुष्ठान करवा चुकी हैं।
इस मंदिर का निर्माण 1687 में ओरछा के महाराजा वीर सिंह जूदेव ने करावाया था। बताया जाता है कि जब वो झांसी के जंगलों में अपने सैनिकों के साथ शिकार खेलने के लिए निकले थे, तो वहां उन्हें तालाब के पास एक पहाड़ पर गुफा दिखाई दी, जंगल की उस गुफा में ही राजा ने महाकाली का ये रूप देखा था।
बता दें कि इस मंदिर में इंदिरा गांधी ही नहीं बल्कि एनडी तिवारी, राजनाथ सिंह, उमा भारती सरीखे नेता आ चुके हैं। मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि 1977 के लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद 1978 में इंदिरा गांधी ने यहां धार्मिक अनुष्ठान करवाया था। वहीं जब 1980 में इंदिरा चुनाव जीत गई तो दोबारा यहां माता महाकाली के दर्शन के लिए आई थीं।
यह भी पढ़ें; यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था चमकाने की हो रही तैयारी, सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ की हाईलेवल मीटिंग