पीलीभीत: पीटीआर में फिर भड़की आग...दमकल टीम और किसान बुझाने में जूझे

पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में अभी महोफ जंगल में लगी आग का मामला शांत नहीं हो सका था कि मंगलवार शाम को माला जंगल में लगी आग ने बुधवार को विकराल रूप से ले लिया। जंगल सीमा से सटे इलाके के नजदीक आग पहुंचने से हड़कंप मच गया। दमकल गाड़ियों समेत किसीनों के ट्रैक्टरों की मदद से बमुश्किल आग पर काबू पाया जा सका। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका। आग से हुए नुकसान के आकलन में टीम लगी हैं।
जनपद में बदलते मौसम के बीच आग की घटनाएं तेजी पकड़ने लगी हैं। आग से बचाव को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में फायर सीजन के तहत बचाव कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यालय से लेकर सभी रेंजों में कंट्रोल रूम स्थापति कर सभी को सतर्क रहने के निर्देश भी दिए गए जा चुके हैं। इन तमाम दावों के बीच करीब पांच दिन पहले पीलीभीत टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज में आग लगी और करीब 50 हेक्टेयर ग्रासलैंड जल गया। इस मामले की जांच अभी चल रही है। इधर मंगलवार शाम टाइगर रिजर्व की माला रेंज में आग लगने की सूचना मिली। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पहुंची टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था, मगर बुधवार को तेज हवा चलने के साथ ही आग एक बार फिर भड़क उठी। आग ने आसपास के दायरे को भी अपनी चपेट मे लेना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे आगे मथना बैरियर के नजदीक से जंगल सीमा की ओर बढ़ने लगी।
जंगल सीमा क्षेत्र में उठते धुंए और आग की लपटें देखकर किसानों में हड़कंच मच गया। इस बीच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह भी मोके पर पहुंच गए। वनकर्मियों की मदद से आग बुझाने के प्रयास चलते रहे, मगर आग बेकाबू होती चली गई। इस पर अग्निशमन विभाग को सूचना देकर दो दमकल गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया। दमकल टीम और किसानों की मदद से आग पर काबू किया जा सका।
इधर किसानों ने मंगलवार शाम को लगी आग को बुझाने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। किसानों का कहना था कि यदि ठीक ढंग से आग पर काबू पाया जाता तो बुधवार को आग न भड़कती। फिलहाल आग लगने का कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। इसको लेकर जांच के निर्देश दिए गए हैं। डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। आग लगने का कारणों का पता नहीं चल सका है। आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
जंगल सीमा के नजदीक मथना जप्ती और पुरैनीदीपनगर की ओर आग पहुंचते देख गेहूं की फसल बचाने को किसानों भी दौड़ पड़े। करीब एक दर्जन ट्रैक्टरों की मदद से आग बुझाने के प्रयास शुरू किए गए। जंगल सीमा से सटे इलाके में आनन फानन में ट्रैक्टर से जुताई कर दी गई, वहीं कुछ किसान पाइपों के माध्यम से पानी का छिड़काव करने में जुटे। ताकि आग गेहूं के खेतों तक न पहुंच सके। काफी देर तक प्रयास करने के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
मंगलवार शाम को ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हरीपुर रेंज में भी अचानक आग भड़क उठी। बताते हैं कि हरीपुर रेंज में धनाराघाट रोड के समीप अचानक आग लग गई थी। कुछ समय बाद आग ने विकराल रूप ले लिया। बाद में वनकर्मियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। इधर मंगलवार शाम माला और हरीपुर रेंज में लगी आग के बाद डिप्टी डायरेक्टर ने दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे।