पीलीभीत: नई परंपरा डालने पर होगी सख्त कार्रवाई, जुलूस के लिए अनुमति जरूरी

पीलीभीत, अमृत विचार। धार्मिक जुलूसों में बीते दिनों विभिन्न स्थानों पर हुई खुराफात को लेकर शासन से अलर्ट किए जाने के बाद पुलिस सख्त है। सुरक्षा इंतजाम को लेकर मंथम करने के साथ ही धर्मगुरुओं को साधने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ताकि किसी तरह की नई परंपरा न डाली जाए। इसे लेकर …
पीलीभीत, अमृत विचार। धार्मिक जुलूसों में बीते दिनों विभिन्न स्थानों पर हुई खुराफात को लेकर शासन से अलर्ट किए जाने के बाद पुलिस सख्त है। सुरक्षा इंतजाम को लेकर मंथम करने के साथ ही धर्मगुरुओं को साधने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ताकि किसी तरह की नई परंपरा न डाली जाए। इसे लेकर एक दिन पहले एसपी ने पुलिस लाइन में धर्मगुरुओं से संवाद किया था। अब थाना स्तर पर भी पुलिस स्थानीय धर्मगुरुओं से बातचीत कर सहयोग की अपील कर रही है।
सदर कोतवाली में बुधवार सुबह मस्जिद के इमाम, मंदिरों के पुजारियों की बैठक बुलाई गई। जिसमें कोतवाल हरीश वर्धन सिंह, एसएसआई सदाकत अली ने उनसे संवाद किया। कहा कि त्योहारों को लेकर शासन से दिशानिर्देश प्राप्त हुए हैं। जिसके आधार पर पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए सख्त व्यवस्था कराई गई है। बिना अनुमति के कोई धार्मिक जुलूस नहीं निकाला जाएगा। ऐसे में पुलिस-प्रशासन का सहयोग किया जाए।
अगर किसी तरह की कोई दिक्कत आती है तो बताएं। उसका समय रहते समाधान कराया जाएगा। भाईचारे के साथ परंपरागत तरीके से त्योहार मनाने पर जोर दिया। इस दौरान धर्मगुरुओं ने भी कुछ मुद्दे पुलिस के सामने रखे और उन पर ठोस कदम उठाने की मांग की। इस पर पुलिस ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
कहा कि अगर कोई खुराफात करने का प्रयास करता है तो इसकी सूचना दें। तत्काल एक्शन लेते हुए विधिक कार्रवाई की जाएगी। सोशली मीडिया पर भी निगरानी कराई जा रही है। भड़काऊ पोस्ट या फिर मैसेज भेजने वाले पर सख्त कार्रवाई होगी। इस मौके पर शनिधाम मंदिर के महंत आशुतोष शर्मा, हाफिज इसरार, अंकुर गोस्वामी, राजेश बाजपेई आदि मौजूद थे