पीलीभीत: बंधक एफडीआर लगाकर लिया टेंडर, प्रभारी ईओ ने पकड़ा फर्जीबाड़ा...नोटिस जारी

पीलीभीत: बंधक एफडीआर लगाकर लिया टेंडर, प्रभारी ईओ ने पकड़ा फर्जीबाड़ा...नोटिस जारी

पीलीभीत, अमृत विचार। नगरपालिका में फर्जीबाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। चहेतों को वर्क ऑर्डर जारी करने के लिए नियमों की अनदेखी करते हुए निर्माण कार्य में चार ठेकेदारों ने पहले से बंधक एफडीआर को लगाकर टेंडर हासिल कर लिया। जब कार्य की समीक्षा करते हुए अभिलेखों का मिलान किया गया, तो फर्जीबाड़ा उजागर हुआ। इसके बाद नगर पालिका में खलबली मच गई। क्योंकि यह कार्य कर्मचारी और चंद अफसरों की मिलीभगत से हुआ। इसको लेकर प्रभारी ईओ ने अब चारों ठेकेदारों को तलब करते हुए उन्हें नोटिस जारी किया। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि नगरपालिका की ओर से निर्माण कार्य के टेंडर निकाले गए थे। जिनमें विभिन्न कार्य स्वीकृति किए गए थे। नियम है कि टेंडर लेने वाले ठेकेदारों को टोटल लागत का 10 फीसदी के रूप में एफडीआर जमा करना होता है। जो काम पूरा होने के बाद रिलीज होता है, लेकिन नगरपालिका में टेंडर लेने के मामले में पहले से प्रयोग एफडीआर को लगाया गया है। 22 फरवरी 2025 को निकलने गए टेंडर में एएस इंटरप्राइजेज की ओर से केनरा बैंक का एक एफडीआर लगाया गया था, लेकिन जो पहले से ही नगर पंचायत नौगवां पकड़िया ईओ के नाम से बंधक है।

इसी तरह एक अन्य ठेकेदार ने भी नगरपालिका में पुराना एफडीआर जमा किया गया, जोकि पंजाब नेशनल बैंक का है। यह एफडीआर पूर्व में नगरपालिका के द्वारा निकल गए निर्माण कार्यो के टेंडर में बंधक है। संध्या ट्रेडर्स ने भी बैंक ऑफ बड़ौदा का एफडीआर लगाया गया है। जोकि नगर पंचायत जहानाबाद ईओ के नाम बंधक है। एक और ठेकेदार ने भी टेंडर में सेंट्रल बैंक का एफडीआर लगाया है। जोकि नगर पंचायत जहानाबाद ईओ के यहां बंधक है। यह एफडीआर फोटोकॉपी प्रतीत हो रहे हैं। फर्जीबाड़ा सामने आने पर प्रभारी ईओ आशुतोष गुप्ता की ओर से चारों को नोटिस जारी किए गए हैं। इस खुलासे के बाद नगरपालिका में खलबली मच गई। अब पुराने कार्यो में लगाए गए एफडीआर को भी चेक कराया जा रहा है।

नगर पालिका द्वारा पूर्व में निकाली गई निविदा में कुछ ठेकेदारों के द्वारा पहले से बंधक एफडीआर का प्रयोग किया गया है। मामला  संज्ञान में आने पर संबंधित ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जवाब मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। - आशुतोष गुप्ता, प्रभारी ईओ नगरपालिका पीलीभीत