मथुरा: वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनेंगे अस्पताल सहित पार्क और स्कूल, मॉडर्न होंगे मदरसे

मथुरा, अमृत विचार। प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता की और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही …
मथुरा, अमृत विचार। प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता की और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
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प्रेसवार्ता में मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के एक हाथ में कुरान हो तो दूसरे हाथ में लैपटॉप हो। इसी को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मदरसों का सर्वे कराया। ताकि यहां पढ़ने वाले बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। सर्वे के दौरान साढ़े सात हजार के करीब ऐसे मदरसें पाए गए हैं कि जिनका मान्यता नहीं है साथ ही यहां पढ़ाई की उचित व्यवस्था भी नहीं है।
वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर कब्जे के सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्ति काफी महत्वपूर्ण है। जहां भी वक्फ बोर्ड की जमीन पर कब्जा है उसे मुक्त कराया जाएगा और जमीन पर अस्पताल, स्कूल तथा पार्क बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे अधिख दूध उत्पाद करने वाला देश भारत है और भारत में उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा दूध उत्पाद करता है। इसलिए यहां के किसानों को संपन्न करने के लिए प्रदेश सरकार ने डेयरी नीति बनाई है। यह मध्यम तथा छोटे किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत किसानों को मुर्रा भैंस का सीमन दिया जा रहा है। मुर्रा भैंस एक दिन में 20 लीटर तक दूध देती है। इस दूध को बेचकर किसान अपनी बेटी के हाथ पीले कर सकता है। बेटे की पढ़ाई कराने के साथ अन्य खर्चे भी पूरे कर सकता है।
सड़कों पर आवारा घूमते गौवंश के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक विधानसभा में वृहद गौ संरक्षण केंद्र बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रशासन को धन भी आवंटित कर दिया गया है। इसके साथ ही 30 एकड़ भूमि में गो केंद्र बनाया जाएगा। इसमें दो से चार हजार गाय आसानी से आ जाएंगी। गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गाय के गोबर तथा मूत्र से सीएनजी गैस बनाई जाएगी। साथ ही गाय के गोबर से दीपक तथा गमले समेत अन्य सामान बनाया जाएगा।
लंबी बीमारी के संबंध में उन्होंने कहा कि भले ही संक्रमण पर काबू पा लिया गया है, फिर भी हाथ पर हाथ रखकर बैठने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना की तरह ही लंबी रोग है। इसलिए अधिकारी इस पर नजर रखे। उन्होंने कहा कि रोग की रोकथान के लिए लगातार वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। गोशालाओं के साथ ही अन्य पशु पालकों को भी वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है। वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में है। इस दौरान जिलाधिकारी पुलकित खरे, सीडीओ मनीष मीना, महापौर मुकेश आर्यबंधु, जिला पंचायत राज अधिकारी किरन चौधरी आदि मौजूद रहीं।
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