लखनऊ: छुट्टा गोवंश की देखभाल के लिए 25 करोड़ हुए स्वीकृत

लखनऊ। राज्य सरकार ने प्रदेश के छुट्टा गोवंश की देखभाल के लिए 25 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। स्वीकृत धनराशि का व्यय अस्थायी गोवंश आश्रय की स्थापना, संचालन व संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण में किया जाएगा। आवंटित धनराशि का उपयोग अधिकतम 30 रुपये प्रतिदिन की दर से प्रति गोवंश के लिए किया …
लखनऊ। राज्य सरकार ने प्रदेश के छुट्टा गोवंश की देखभाल के लिए 25 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। स्वीकृत धनराशि का व्यय अस्थायी गोवंश आश्रय की स्थापना, संचालन व संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण में किया जाएगा। आवंटित धनराशि का उपयोग अधिकतम 30 रुपये प्रतिदिन की दर से प्रति गोवंश के लिए किया जाएगा।
इस सिलसिले में पशुधन विभाग द्वारा जारी शासनादेश में कहा गया है कि स्वीकृत धनराशि से स्थाई गोवंश आश्रय की स्थापना, संचालन व संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण का कार्य कराए जाने व उसके संचालन की पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित जिलाधिकारी की होगी।
बता दें कि राज्य सरकार द्वारा निराश्रित/बेसहारा गोवंश के निराकरण के लिये प्रदेश के सभी ग्रामीण व शहरी स्थानीय निकायों ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निकायों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन नीति तैयार की गयी है।
राजधानी में ढाई लाख से अधिक लोगों ने नहीं जमा किया गृहकर
राजधानी के 5.6 लाख गृहकरदाताओं में से लगभग ढाई लाख से अधिक लोगों ने अभी तक अपना गृहकर जमा नहीं किया है। जिसके चलते नगर निगम के आठों जोन गृहकर वसूली के मामले में तय लक्ष्य से काफी पीछे चल रहे हैं। 1.14 लाख गृहकरदाताओं ने एक भी बार गृहकर जमा नहीं किया है। यह साल समाप्त होने में मात्र चार दिन बचे हैं। लखनऊ नगर निगम का 325 करोड़ रुपये गृहकर का लक्ष्य है। नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने अधिकारियों कोवसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
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