कोलकाता गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में ईडी ने बिटकॉइन और नकदी की जब्त

कोलकाता गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में ईडी ने बिटकॉइन और नकदी की जब्त

नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता के एक मोबाइल गेमिंग ऐप के प्रवर्तक के खिलाफ कई लोगों से धोखाधड़ी के आरोप में धन शोधन जांच के तहत 7.12 करोड़ रुपये मूल्य के बिटकॉइन और 1.65 करोड़ रुपये नकदी जब्त की है। ई-नगेट्स नामक ऐप और इसके प्रवर्तक आमिर खान के खिलाफ यह कार्रवाई की …

नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता के एक मोबाइल गेमिंग ऐप के प्रवर्तक के खिलाफ कई लोगों से धोखाधड़ी के आरोप में धन शोधन जांच के तहत 7.12 करोड़ रुपये मूल्य के बिटकॉइन और 1.65 करोड़ रुपये नकदी जब्त की है। ई-नगेट्स नामक ऐप और इसके प्रवर्तक आमिर खान के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा, ईडी ने कोलकाता में दो परिसरों में एक तलाशी अभियान चलाया, जिसमें 1.65 करोड़ रुपये नकदी और 44.5 बिटकॉइन (बाजार विनिमय दरों के अनुसार 7.12 करोड़ रुपये के बराबर) और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया।

ये भी पढ़ें- Punjab CM: सरकार के कामकाज में ‘हस्तक्षेप’ के लिए राज्यपाल की आलोचना 

ईडी ने पिछले महीने कोलकाता में ऐप की कंपनी और खान तथा उनके पिता नसर अहमद खान के परिसरों पर छापा मारा था और अतीत में बिटकॉइन और कुछ बैंक जमा रकम को जब्त करने के अलावा वहां से 17.32 करोड़ रुपये नकदी जब्त की थी। ताजा कार्रवाई के साथ इस मामले में जब्ती की कुल राशि 51.16 करोड़ रुपये है। एजेंसी ने कहा कि गेमर्स के कोष का धन शोधन करने के लिए 300 खातों का इस्तेमाल किया गया। आमिर खान को कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था।

ईडी ने कहा था कि धन शोधन का मामला फरवरी 2021 में कंपनी और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ कोलकाता पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी पर आधारित है। कोलकाता की एक अदालत के समक्ष फेडरल बैंक के अधिकारियों द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर पार्क स्ट्रीट पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ईडी ने पाया कि आमिर खान ने गेमिंग एप्लिकेशन ई-नगेट्स शुरू किया, जिसे लोगों को ‘‘धोखा देने’’ के उद्देश्य से तैयार किया गया था।

ईडी ने कहा, लोगों से बड़ी मात्रा में धन एकत्र करने के बाद उक्त ऐप से अचानक किसी न किसी बहाने से निकासी रोक दी गई थी। इसके बाद प्रोफाइल जानकारी सहित सभी डेटा को उक्त ऐप सर्वर से मिटा दिया गया था।’’ एजेंसी ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने गेमिंग ऐप के माध्यम से अवैध रूप से अर्जित राशि का एक हिस्सा क्रिप्टो मुद्रा विनिमय का उपयोग करके विदेशी स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया था।

ये भी पढ़ें- पंजाब: मुख्यमंत्री आवास के बाहर किसानों का धरना जारी, जानें क्या हैं उनकी मांगे?