अयोध्या में बन गया सीएम योगी का मंदिर, रोज होती है पूजा और आरती

अयोध्या, अमृत विचार। एक योगी भक्त ने अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बना दिया है। इतना ही नहीं यहां रोज पूजा और आरती भी होती है। सीएम योगी आदित्यनाथ का यह मंदिर राम जन्मभूमि से लगभग 25 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाईवे पर भरत कुंड के पास कल्याण भदरसा गांव के मौर्या का पुरवा …

अयोध्या, अमृत विचार। एक योगी भक्त ने अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बना दिया है। इतना ही नहीं यहां रोज पूजा और आरती भी होती है।

सीएम योगी आदित्यनाथ का यह मंदिर राम जन्मभूमि से लगभग 25 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाईवे पर भरत कुंड के पास कल्याण भदरसा गांव के मौर्या का पुरवा में बना है। मन्दिर में बनी प्रतिमा में योगी जी धनुष तीर लिए हुए हैं।

मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगवान राम के अवतार में दर्शाया गया है। हाथ में धनुष और कंधे पर तीर से भरे तरकश वाली फाइबर की मूर्ति को जयपुर से तकरीबन 50 हजार रुपये की लागत से बनवाया गया है। यह मंदिर किसी संस्था व चंदे से नहीं बल्कि योगी आदित्यनाथ के एक भक्त ने बनवाई है। वह सुबह शाम उनकी पूजा-अर्चना करता है। इस मंदिर का नाम श्री योगी मंदिर रखा गया है। मंदिर के चर्चा में आते ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज भी कसा है।

यह मंदिर राम जन्मभूमि से लगभग 20 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाईवे पर भरतकुंड के पास कल्याण भदरसा गांव के मौर्या का पुरवा में बना है। मौर्या का पुरवा गांव निवासी प्रभाकर मौर्य का दावा है कि उसने अपने खेत में इस मंदिर का निर्माण कराया है। योगी प्रशंसक प्रभाकर मौर्य ने बताया उसने संकल्प लिया था कि जो अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कराएगा। उसका मंदिर अपने गांव में बनवाऊंगा। आज अयोध्या में श्री रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, इसलिए अपने संकल्प को पूरा करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम पर श्री योगी मंदिर का निर्माण कराया है। इतना ही नहीं उनके नाम पर भजन भी तैयार किया है, जिसे गाकर मंदिर में प्रतिदिन पूजा होती है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- ये तो उनसे भी दो कदम आगे निकले। अब सवाल ये है कि पहले कौन?

यू ट्यूब पर गानों की कमाई से कराया मंदिर निर्माण
प्रभाकर यू ट्यूबर हैं। योगी के समर्थन में अब तक 500 से ज्यादा गाने गा चुके हैं। प्रभाकर ने बताया कि यू-ट्यूब चैनल से होने वाली कमाई से ही मंदिर का निर्माण किया गया है। प्रभाकर ने बताया कि मंदिर के निर्माण के समय गांव के कुछ लोगों ने विरोध किया था, लेकिन पिता जगन्नाथ मौर्य का उनको पूरा समर्थन मिला। प्रभाकर चार भाइयों में तीसरे हैं। दो बहनें हैं। पिता खेती करते हैं। पिता जगन्नाथ के अनुसार प्रभाकर पढ़ाई के समय से ही भजन गाने लगा था। बाद में खुद का यूट्यूब चैनल खोल लिया। आर्थिक तंगी के कारण 12वीं तक ही पढ़ाई की है।

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