बरेली: रमजान की बरकत में ईद का तोहफा, हर घर छाई खुशियों की बहार

बरेली: रमजान की बरकत में ईद का तोहफा, हर घर छाई खुशियों की बहार

बरेली, अमृत विचार। 30 रोजे पूरे होने के बाद मंगलवार को ईद उल फित्र का त्योहार मनाया गया। दरगाह आला हजरत, खानकाह ए नियाजिया समेत शहर की खानकाहों और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। मुख्य नमाज बाकरगंज ईदगाह में सुबह 10:30 बजे अदा हुई। 2 साल बाद कोरोना संक्रमण की पाबंदी न …

बरेली, अमृत विचार। 30 रोजे पूरे होने के बाद मंगलवार को ईद उल फित्र का त्योहार मनाया गया। दरगाह आला हजरत, खानकाह ए नियाजिया समेत शहर की खानकाहों और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। मुख्य नमाज बाकरगंज ईदगाह में सुबह 10:30 बजे अदा हुई।

2 साल बाद कोरोना संक्रमण की पाबंदी न होने पर बड़ी संख्या में ईदगाह और मस्जिदों में नमाजी शामिल हुए। लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। देर रात तक दावतों का दौर चलता रहा। जिले में सभी जगह शांति के साथ ईद की नमाज संपन्न हुई।

एक माह तक रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करने के बाद मंगलवार को ईद उल फित्र की खुशियां मनाई गईं। सोमवार शाम चांद नजर आने के बाद से ही ईद की तैयारियां शुरु हो गई थीं। जिले में ईद का त्योहार शांति और भाईचारे के साथ मनाया गया।

मुख्य नमाज बाकर गंज स्थित ईदगाह में साढ़े दस बजे काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद रजा कादरी (असजद मियां) ने अदा कराई। नमाज के बाद खुत्बा पढ़ा। दरगाह आला हजरत पर सबसे आखिर में पूर्वाह्न 11 बजे नमाज अदा की गई। यहां रजा मस्जिद के इमाम कारी रिजवान रजा ने नमाज अदा करायी।

दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) समेत खानदान के सभी बुजुर्गों ने यहां नमाज अदा की। इसके बाद दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने भी नमाज अदा करने के बाद सभी से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।

सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने कहा कि रमजान में की गई हमारी इबादतों को अल्लाह अपनी बारगाह में कुबूल फरमाए। हिंदुस्तान समेत दुनियाभर के लिए अमन-ओ-सुकून की दुआ की गई। शहर में सबसे पहले बाजार संदल खान की वली मियां दरगाह पर सुबह 6 बजे सज्जादानशीन अल्हाज अनवर मियां ने नमाज अदा कराई।

ये सिलसिला 11 बजे तक चलता रहा। खानकाह-ए-नियाजिया में साहिबे सज्जादा अल्हाज मेहंदी मियां ने सुबह 9 , किला की शाही जामा मस्जिद में मुफ्ती खुर्शीद आलम ने 9.30 ,दरगाह शाह शराफत अली मियां साहिबे सज्जादा अल्हाज सकलैन मियां ने साढ़े सात बजे, बिहारीपुर की मस्जिद बीबी जी में मुफ्ती उमर रज़ा मरकज़ी ने नौ बजे नमाज अदा कराई। वहीं, दरगाह शाहदाना वली व सिविल लाइन्स की नौमहला मस्जिद में 10 बजे नमाज अदा की गई।

सिवइयां खिलाकर कराया मुंह मीठा

नमाज के बाद लोग घरों पर पहुंचे और अजीज ओ अकारिब के साथ ही मेहमानों को खीर और सिवइयां खिलाकर मुंह मीठा कराया गया। एक दूसरे के घर दावतों का दौर चला। दो साल से ईद पर कोरोना का साया होने के चलते दावतों पर भी पाबंदी थी।

दो साल बाद मस्जिद और ईदगाह में पहुंचे नमाजी

कोरोना के चलते सरकार की गाइडलाइन के चलते 2 साल से मस्जिद और ईदगाह में सामूहिक रूप से नमाज पर रोक लगी थी।लोगों ने घरों में ही नमाज अदा की थी। इस बार नमाज ईदगाह में अदा की गई । इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह था। बच्चे भी नए कपड़े पहन कर ईदगाह आए।
मेलों में बच्चों ने की खूब मस्ती

नमाज के बाद ईद मिलने का सिलसिला शुरू हुआ। सभी ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी। शहर में किला जामा मस्जिद, मलूकपुर, आजम नगर, इस्लामियां मैदान पर मेला लगाया गया। जहां बच्चों ने खूब मस्ती की। मेले में बच्चों ने चाट पकौड़ी व झूले का आंनद लिया।