बायोमैट्रिक मशीन से राशन वितरण में कोटेदार परेशान

बायोमैट्रिक मशीन से राशन वितरण में कोटेदार परेशान

सुलतानपुर, अमृत विचार। ग्रामीण इलाकों में सरकारी राशन उपभोक्ताओं को अब नयी बायोमेट्रिक मशीन से राशन मिलने लगा है। इस नयी राशन मशीन में राशन की तौल भी खारिज होगी और मूल्य व वजन का रसीद भी उपभोक्ताओं को मिलेगा। अब जितने राशन कार्ड धारकों के अंगूठे के निशान बायोमेट्रिक मशीन पर लगेंगे। उतना ही राशन वितरण होगा। यह व्यवस्था प्रयोग के तौर पर अभी शुरू हुई है। भदैया विकासखंड के 76 कोटेदारों के यहां नयी बायोमेट्रिक मशीन से राशन वितरण की शुरुआत हो गई है।

शहर से लेकर गांवों तक कोटे के राशन वितरण में चल रहा खेल किसी से छिपा नहीं है। कोटेदार से लेकर अधिकारी, कर्मचारी और सफेदपोश तक इस खेल में शामिल रहते हैं। शासन ने हर ग्राम पंचायत में कोटेदार को नयी बायोमेट्रिक मशीन लगाकर राशन वितरण कराने की प्रक्रिया शुरू की है। जिसमे राशन का वजन और मूल्य भी अंकित कर उपभोक्ता को रसीद की पर्ची भी मिलेगी।

 

उपभोक्ताओं का अंगूठा होगा स्कैन

नयी व्यवस्था के राशन वितरण प्रयोग के तहत  ब्लाक के सभी 76 कोटेदारों की दुकानों पर बायोमेट्रिक मशीन लगाई जा रही है। इसमें उपभोक्ताओं का अंगूठा या अन्य कोई उंगली स्कैन की जाएगी। आधार कार्ड से लिंक राशन उपभोक्ता जब राशन लेने पहुंचेगा तो उसे मशीन में अपनी उंगली लगानी पड़ेगी। उसमें लगने वाली उंगलियों से ही तय होगा कि कितने लोगों को राशन वितरित किया गया है। उसी के आधार पर कोटेदार को मिलने वाले खाद्यान्न का मिलान होगा।

 

सर्वर के चलते घंटों करना पड़ता है इंतजार

भदैया क्षेत्र के गौरा पाल्हनपुर,कंघईपुर, केनौरा, बेलासदा, गोपालपुर, हनुमानगंज  आदि गांव के रामपाल, हरि नारायण, जय प्रकाश, शीला देवी, सरिता, हरिप्रकाश, राम अछैबर, प्रताप नारायण, मेनका, माधुरी, बिंदा, रेशमा, शोभावती आदि उपभोक्ताओं ने बताया कि सर्वर डाउन होने के चलते सोमवार को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। नयी मशीन में राशन लेने मे समय अधिक लगता है। पूर्ति निरीक्षक भदैया आशुतोष सिंह ने बताया कि जो मशीन दी गयी है अभी नयी है जिससे कुछ परेशानिया आ रही है। जिनको दूर किया जा रहा है

 

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