बरेली: स्मार्ट गांव बनाने की कवायद तेज, 48 गांवों में काम शुरू
बरेली, अमृत विचार। प्रदेश में दोबारा योगी सरकार बनने के बाद अब गांवों को शहरी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। पहले चरण में हर ग्राम पंचायत से दो-दो गांव चयनित किये जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। स्मार्ट गांव में जलनिकासी के लिए जहां कवर्ड नाला बनवाया जाएगा, वहीं पेयजल के लिए हर …
बरेली, अमृत विचार। प्रदेश में दोबारा योगी सरकार बनने के बाद अब गांवों को शहरी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। पहले चरण में हर ग्राम पंचायत से दो-दो गांव चयनित किये जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। स्मार्ट गांव में जलनिकासी के लिए जहां कवर्ड नाला बनवाया जाएगा, वहीं पेयजल के लिए हर घर नल योजना भी लागू की जाएगी।
इसके अलावा मूलभूत सुविधाओं के साथ गांव में ही स्मार्ट क्लासें लगेंगी। शासन के निर्देश के बाद जिले के 15 ब्लॉकों में 48 गांवों का स्मार्ट गांव के रूप में विकास करने के लिए चयन तेज कर दिया गया है। प्रत्येक ब्लॉक से शुरुआत में दो-दो गांव लिये जा रहे हैं और इन गांवों में शहरों जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
इन गांवों में पक्की सड़कें, सोलर लाइट, सीसीटीवी कैमरे और स्मार्ट क्लास से पढ़ाई होगी। यही नहीं, गांव की सड़कें पक्की बनेंगी तो सोलर लाइट भी बिजली के खंभों पर लगाई जाएगी। गांव के प्राइमरी स्कूल में स्मार्ट क्लास चलेंगे तो सुरक्षा के लिए प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर पंचायत घर से पूरी मॉनीटरिंग भी होती रहेगी। गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर वाई-फाई की सुविधा भी होगी।
इन स्मार्ट गांवों में प्लांट के माध्यम से कूड़े का निस्तारण होगा। तालाब, पार्क, ओपन जिम, लाइब्रेरी, ग्राम सचिवालय व ग्राम सेवा केंद्र आदि का भी निर्माण कराया जाएगा। विकास कार्य पर खर्च के लिए मनरेगा, 15वें वित्त आयोग, स्वच्छ भारत मिशन और ग्राम पंचायत निधि से धन लिया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक के दो-दो अच्छे गांवों की सूची मांगी गई है। —धर्मेंद्र कुमार, डीपीआरओ
ये भी पढ़ें-
बरेली: शहीद की पत्नी का दर्द, मेरा सब कुछ लुट गया… मेरा फौजी चला गया