बागेश्वर: विधानसभा चुनाव में दावा जीत का, अंदरखाने जमानत बचाने की चिंता

नैना तिवारी लोहुमी, अमृत विचार, बागेश्वर। चुनाव संपंन्न होने के बाद जहां प्रमुख पार्टियां जीत के प्रति आश्वस्त हैं। वहीं, कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो कि दावा तो जीत का कर रहे हैं लेकिन उनके मन में जमानत बचाने की चिंता है। जो कि उनके कुछ समर्थकों की जुबान पर भी गाहे बगाहे आ …
नैना तिवारी लोहुमी, अमृत विचार, बागेश्वर। चुनाव संपंन्न होने के बाद जहां प्रमुख पार्टियां जीत के प्रति आश्वस्त हैं। वहीं, कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो कि दावा तो जीत का कर रहे हैं लेकिन उनके मन में जमानत बचाने की चिंता है। जो कि उनके कुछ समर्थकों की जुबान पर भी गाहे बगाहे आ ही रही है। हालांकि ईवीएम खुलने के बाद ही पता चलेगा कि कौन प्रत्याशी अपने पक्ष में कितने वोट डलवाने में सफल रहा।
चुनाव आयोग के नियमानुसार, किसी भी प्रत्याशी को निर्वाचन क्षेत्र में कुल पड़े मतों का छठा भाग की संख्या को छूना ही पड़ता है अन्यथा उसकी जमानत जब्त हो जाती है। इसमें प्रत्याशी के द्वारा नामांकन के दौरान जमा की गई राशि को जमानत माना जाता है।
बागेश्वर विधानसभा की बात की जाए तो यहां पर कुल आठ प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें भाजपा, कांग्रेस व आप समेत अन्य पांच प्रत्याशी मैदान में हैं। जिनमें दो या तीन की स्थिति ही कुछ सही कही जा सकती है लेकिन अन्य के तो जमानत बचाना मुश्किल लग रहा है।
कपकोट सामान्य सीट की बात की जाए तो यहां पर छह प्रत्याशी मैदान में हैं जिसमें भी भाजपा व कांग्रेस की सीधी टक्कर मानी जा रही है तथा आप मामले को त्रिकोणीय बना रही है। बसपा प्रत्याशी हरगोविंद जोशी नामांकन के बाद ही आप के समर्थन में मैदान से हट गए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि अन्य कुछ प्रत्याशियों के बीच जमानत बचाने का संकट आ सकता है।
विधानसभा में हुए मतदान की संख्या
बागेश्वर- कुल मतदान संख्या- 71,911
कपकोट– कुल मतदान की संख्या- 61, 918