अयोध्या: उल्लास के साथ मनाया गया ईद-उल-अजहा, पहले दिन 88 हजार बकरों की कुर्बानी

अयोध्या: उल्लास के साथ मनाया गया ईद-उल-अजहा, पहले दिन 88 हजार बकरों की कुर्बानी

अयोध्या। कोरोना के कारण दो वर्षों के बाद इस बार ईद-उल-अजहा का पर्व उल्लास के साथ मनाया गया। तीन दिन तक चलने वाले इस पर्व के पहले दिन करीब 88 हजार बकरे अल्लाह की राह में कुर्बान किए गए। कुर्बानी के पर्व बकरीद को लेकर अबकी चिकवों की भी खूब चांदी रही। चिकवों ने गत …

अयोध्या। कोरोना के कारण दो वर्षों के बाद इस बार ईद-उल-अजहा का पर्व उल्लास के साथ मनाया गया। तीन दिन तक चलने वाले इस पर्व के पहले दिन करीब 88 हजार बकरे अल्लाह की राह में कुर्बान किए गए। कुर्बानी के पर्व बकरीद को लेकर अबकी चिकवों की भी खूब चांदी रही। चिकवों ने गत वर्ष की अपेक्षा इस बार प्रति बकरा 2 से 2500 रुपए वसूले। वहीं सोमवार को भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कुर्बानी का दौर चलता रहा।

कोरोना की पाबंदियों के कारण दो वर्ष तक ठीक से पर्व न मना पाने के कारण इस बार ईद-उल-अजहा पर अलग ही उत्साह दिखा। गत वर्ष जहां कुबार्नी की संख्या भी कम रही वहीं इस बार जबरदस्त उछाल आया। बकरों के महंगे होने के बावजूद लोगों ने कुबार्नी के लिए खरीदारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। मुख्य बकरा मंडी से मिले आंकड़ों को सही मानें तो गत वर्ष जहां 55 से 60 हजार बकरे मुख्य मंडी से बिके थे वहीं इस बार डेढ़ लाख से ऊपर की बिक्री हुई।

मंडी सचिव वकील अहमद बताते हैं कि 8 हजार से लेकर 90 और एक लाख तक रेट होने के बाद भी खरीदारी नहीं कम हुई। उन्होंने बताया कि इस बार पशु व्यापारियों से मंडी टैक्स मद में 35 फीसदी अधिक टैक्स आया है। खास बात यह है कि यह आंकड़े केवल मुख्य बकरा मंडी के हैं यदि ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ लिया जाए तो बकरों की अनुमानित बिक्री दो लाख से ऊपर हुई है।

6-16 हजार के दो बकरे खरीदे और कुबार्नी कराई

एहतशाम सिद्दीकी ने बताया कि उन्होंने 16-16 हजार के दो बकरे खरीदे और कुबार्नी कराई। जान मोहम्मद ने कहा कि पिछली बार कोरोना के चलते त्यौहार ठीक से और खुल कर नहीं मनाया गया, लेकिन इस बार खासा उत्साह रहा। वसीका कॉलेज और अन्य मदरसों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार शाम तक 88 हजार बकरों की कुबार्नी दर्ज की गई। बता दें कि कुबार्नी के बाद खाल इन्हीं मदरसों में जमा की जाती है। अनुमान है कि सोमवार और मंगलवार तक चलने वाली कुबार्नी में बकरों की संख्या दो लाख से ऊपर पहुंच सकती है।

बुकिंग पर थे चिकवे, जिन्होंने नहीं कराई वे भटकते रहे

इस बार ईद-उल-अजहा पर्व पर कुबार्नी में चिकवों की भी खूब चांदी रही। चिकवों ने एक बकरा कटाई में 2 से 2500 हजार रुपये वसूले। रविवार को चिकवों की ऐसी बुकिंग रही कि कुबार्नी कराने वाले परेशान रहे, जिन्होंने पहले से तय नहीं कर रखा था वे दिन भर चिकवों की चिरौरी करते फिरते रहे। तीन दिन चिकवों के व्यस्तता भरे रहते हैं यही कारण है रविवार को अधिकतर मीट की दुकानें बंद रहीं।

अमन की दुआओं के साथ अदा हुई नमाज

रविवार को जिले भर में ईद-उल-अजहा का पर्व उल्लास के साथ मनाया गया। विभिन्न मस्जिदों में बेहद अकीदत के साथ ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। लोगों ने मुल्क में अमन-चैन की लिए दुआएं की। गंगा – जमुनी तहजीब की नगरी में सभी समुदायों के लोगों ने एक दूसरे को पर्व की मुबारकबाद दी। डीएम नितिश कुमार और एसएसपी प्रशांत वर्मा फोर्स के साथ जिले के भ्रमण पर रहे।

सिविल लाइन स्थित ईदगाह में ईद-उल-अजहा की नमाज के लिए सुबह से ही लोग पहुंच गए। शासन के निर्देश को अमल में लाते हुए यहां पहली बार तीन जमात में नमाज अदा की गई। नमाज के बाद लोगों ने अमन-चैन के लिए बारगाहे ईलाही में दुआएं की। उलेमाओं की अपील पर ईदगाह परिसर में ही लोगों ने नमाज अदा की। शिया समुदाय के लोगों ने भी निर्धारित समय के अनुसार ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की।

सोहावल क्षेत्र में कई दर्जन स्थानों पर ईद उल अजहा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। इस मौके पर बीकापुर विधानसभा से सपा प्रत्याशी रहे हाजी फिरोज खान गब्बर, सोहाल ब्लॉक के पूर्व ब्लाक प्रमुख फिरदौस खान, समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एजाज अहमद, रौनाही ग्राम सभा के प्रधान खुर्शीद अहमद खान क्षेत्र वासियों को बधाई दी। पूरे देश में अमन, चैन, भाईचारा कायम रहे और सब के जीवन में खुशहाली के लिए दुआ की गई। जिले के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में ईद उल अजहा पर्व उल्लास के साथ मनाया गया।

पढ़ें-अयोध्या: दो माह से नहीं मिला वेतन, 14 जुलाई को शिक्षा भवन घेरेंगे शिक्षक