बरेली: टूटी सड़कों पर जलभराव बना मुसीबत, पलटते बचे वाहन

बरेली, अमृत विचार। हर साल मानसून सीजन में जलभराव से जूझने वाला इलाका सुभाषनगर है। सुभाषनगर जाने के लिए रेलवे के अंडरपास से ही गुजरना होता है। ऐसे में राहगीरों को भीषण जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को बारिश से बिहारीपुर, जसौली, संजय नगर, हजियापुर जैसे अन्य इलाकों में बाढ़ से हालात …
बरेली, अमृत विचार। हर साल मानसून सीजन में जलभराव से जूझने वाला इलाका सुभाषनगर है। सुभाषनगर जाने के लिए रेलवे के अंडरपास से ही गुजरना होता है। ऐसे में राहगीरों को भीषण जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को बारिश से बिहारीपुर, जसौली, संजय नगर, हजियापुर जैसे अन्य इलाकों में बाढ़ से हालात पैदा हो गए। खराब और गड्ढायुक्त सड़कों पर जलभराव की वजह से आए दिन वाहन फंसते हैं।
सुभाषनगर पुलिया पर जलभराव होने से गुरुवार को एक बार फिर से वीरभट्टी और शुगर फैक्ट्री एरिया की आबादी प्रभावित हुई। बिहारीपुर, जसौली, संजय नगर, हजियापुर में भी बारिश के बाद जलभराव से बाढ़ जैसे हालात बन गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बारिश में जलभराव की समस्या झेलनी पड़ती है। नाला-नालियां चोक होने से पानी की निकासी नहीं हो पाती। निचले इलाकों में बड़ी दिक्कत होती है। दुकानों व घर के अंदर तक पानी भर जाता है। रेलवे पुलिया से कई दिन तक निकलना बंद हो जाता है।
स्टेशन रोड पर भी जलभराव होने से यहां दिनभर टेंपो, कार सहित दूसरे वाहन फंस जाते हैं। इस वजह से कई बार हादसा होते हुए भी बचे। इस संबंध में अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह का कहना है कि बारिश में जलभराव की स्थिति होती है, लेकिन बाद में जल निकासी समय पर हो रही है। नगर निगम नालों की सफाई अभियान में लगा है।
वहीं सांसद के कार्यालय से लेकर कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप तक टूटी फूटी, गड्ढों भरी व गंदे पानी से भरी तालाब जैसी सड़क से सालों से लोगों को दिक्कत हो रही है लेकिन इसका निर्माण नहीं किया जा रहा है। इससे आए दिन बाइक-स्कूटी वाले, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं, गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा पश्चिम उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपजा प्रेस क्लब के सचिव आशीष कुमार जौहरी का कहना है कि न जाने कितने वर्षों से यह सड़क ऐसी हालत में है। अनगिनत बार रिक्शों को पलटते हुए, स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूटी और बाइक से गिरते हुए एवं बुजुर्गों को ई-रिक्शा से गिरकर चोट खाते हुए देखा जाता है लेकिन अफसरों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। खस्ताहाल रोड पर जगह-जगह गड्ढों से एवं पानी भरा होने से आवागमन दुश्वार है। लोग जर्जर सड़क पर आवागमन करने को मजबूर हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और भी दयनीय हो जाती है।
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