कारगिल विजय दिवस पर सीएम योगी ने शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित, किया यह बड़ा ऐलान

कारगिल विजय दिवस पर सीएम योगी ने शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित, किया यह बड़ा ऐलान

लखनऊ। प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय में एक-एक सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। अभी प्रदेश में चार सैनिक स्कूल हैं। सैनिक स्कूल से युवाओं को सेना में जाने का मौका मिलेगा। उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कारगिल शहीदों के सम्मान में आयोजित समारोह में कहीं। कारगिल शहीदों की स्मृति में नगर निगम द्वारा …

लखनऊ। प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय में एक-एक सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। अभी प्रदेश में चार सैनिक स्कूल हैं। सैनिक स्कूल से युवाओं को सेना में जाने का मौका मिलेगा। उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कारगिल शहीदों के सम्मान में आयोजित समारोह में कहीं। कारगिल शहीदों की स्मृति में नगर निगम द्वारा कारगिल शहीद वाटिका में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।

सीएम योगी ने कहा कि राजधानी के 5 जवानों ने कारगिल युद्ध के दौरान देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था। सैनिकों की बदौलत देश की 125 करोड़ की आबादी खुद को सुरक्षित महसूस करती है। शहीदों के परिवार खुद को कभी अकेला महसूस न करें। सम्मान समारोह में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी तथा महापौर संयुक्ता भाटिया सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।

शहीदों के परिवारों को 50 लाख और नौकरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार शहीदों के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद कर रही है। उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जा रही है। इसके साथ-साथ उनके नाम पर एक भवन तथा मार्ग का नामकरण भी किया जा रहा है। सरकार शहीदों के लिए स्मारक बनाने का भी काम कर रही है। हम शहीद जवानों के परिजनों को मदद देने से पीछे नहीं हटेंगे।

सैनिकों के परिजनों का सम्मान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैप्टन मनोज पांडे के पिता गोपी चंद्र पांडे, मेजर रितेश शर्मा के पिता सत्य प्रकाश शर्मा तथा राइफलमैन सुनील जंग की माता बीना व बहन सुनीता को शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया। समारोह में शहीद आदित्य मिश्रा तथा केवलानंद द्विवेदी के परिवार के लोग नहीं पहुंच पाए।मुख्यमंत्री ने महापौर तथा नगर आयुक्त को इनके घर जाकर सम्मानित करने को कहा। महापौर संयुक्ता भाटिया व नगर आयुक्त ने घर जाकर उनको सम्मानित किया।