मंत्रिमंडल की समितियों का पुनर्गठन, प्रधानमंत्री मोदी ने कई नए मंत्रियों को किया शामिल

मंत्रिमंडल की समितियों का पुनर्गठन, प्रधानमंत्री मोदी ने कई नए मंत्रियों को किया शामिल

नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार और पुनर्गठन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रिमंडलीय समितियों का पुनर्गठन करते हुए मनसुख मांडविया, सर्वानंद सोनोवाल, स्मृति ईरानी और भूपेन्द्र यादव जैसे  को इनमें शामिल किया है।हालांकि, सुरक्षा मामलों और नियुक्ति मामलों जैसी महत्वपूर्ण और संवेदनशील समितियों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है। केन्द्रीय सचिवालय की …

नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार और पुनर्गठन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रिमंडलीय समितियों का पुनर्गठन करते हुए मनसुख मांडविया, सर्वानंद सोनोवाल, स्मृति ईरानी और भूपेन्द्र यादव जैसे  को इनमें शामिल किया है।हालांकि, सुरक्षा मामलों और नियुक्ति मामलों जैसी महत्वपूर्ण और संवेदनशील समितियों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है।

केन्द्रीय सचिवालय की अधिसूचना के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली संसदीय मामलों की समिति में कपड़ा मंत्री अर्जुन मुंडा, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डा वीरेन्द्र कुमार, विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को सदस्य बनाया गया है। समिति के पुराने सदस्यों में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर शामिल हैं।

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली राजनीतिक मामलों की समिति में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, जहाजरानी मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया तथा श्रम और रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव को शामिल किया गया है जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी , वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर पहले से ही इसके सदस्य हैं।

सुरक्षा मामलों और नियुक्ति मामलों की महत्वपूर्ण समितियों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नियुक्ति मामलों की समिति में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो ही सदस्य हैं। सुरक्षा मामलों की समिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हैं।