ट्रेजडी किंग का हसनपुर से रहा गहरा नाता, पत्नी सायरा बानो की ननिहाल

अमरोहा/ हसनपुर, अमृत विचार। बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार का हसनपुर से गहरा नाता रहा है। कई बार पत्नी सायरा बानो के साथ यहां स्थित उनकी ननिहाल में आए थे। निशानी के तौर पर उनके नाना की कोठी यहां पर है। हालांकि यहां पर कोई रहता नहीं है। हसनपुर के लोगों ने जब दिलीप कुमार के …
अमरोहा/ हसनपुर, अमृत विचार। बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार का हसनपुर से गहरा नाता रहा है। कई बार पत्नी सायरा बानो के साथ यहां स्थित उनकी ननिहाल में आए थे। निशानी के तौर पर उनके नाना की कोठी यहां पर है। हालांकि यहां पर कोई रहता नहीं है। हसनपुर के लोगों ने जब दिलीप कुमार के निधन की खबर सुनी, तो उन्हें काफी दुख हुआ।
हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो की मां की रिश्तेदारी हसनपुर के नवाब परिवार में है। वह नवाब अब्दुल वहीद खान की बेटी नसीम बानो की बेटी हैं। बुजुर्गों ने बताया कि दिलीप कुमार शहर में तीन बार आए थे। जब वह नवाब साहब की कोठी में आकर बैठते थे तो शहर के लोगों की काफी भीड़ जमा हो जाती थी। दिलीप कुमार बड़ी मोहब्बत व प्यार के साथ उनसे मिला करते थे। बुजुर्ग बताते हैं कि जिस तरह से फिल्मी पर्दे पर मुस्कुराहट के साथ दिलीप कुमार अपना किरदार निभाते थे, उसी तरह शहर हसनपुर के लोगों से भी मुस्कुराहट के साथ मिला करते थे।
शहर के लोग उनके बहुत बड़े प्रशंसक थे। यूं तो दिलीप कुमार जिनके पास आया करते थे। वह पहले ही दुनिया से रुखसत हो चुके हैं। लेकिन, काफी बुजुर्ग अभी ऐसे हैं जो नवाब की कोठी में रहकर उनके साथ बिताए गए पलों को याद करते हैं। एक बुजुर्ग ने बताया कि 1970 में दिलीप कुमार का हसनपुर में नवाब के पास आने का तार आया था। कोठी में साफ-सफाई, रंगाई-पुताई हो चुकी थी। दिलीप कुमार के स्वागत की सभी लोग तैयारी कर रहे थे। अचानक एक दिन पहले जानकारी आई कि वह दिल्ली तक आएंगे, लेकिन वहां से वापस मुंबई चले जाएंगे।
नवाब साहब को जब इस बात का पता लगा तो उन्होंने उनके पास खबर भिजवाई कि तुम्हें जरूर आना है। उसके बाद बॉलीवुड का कलाकार चेहरे पर मुस्कुराहट लिए नवाब की कोठी पर पहुंच चुका था। बताया जाता है कि दिलीप कुमार को हसनपुर के नियादर मनोटा व अनवर रहटोल आम बहुत पसंद थे। वह उन्हें बड़े चाव के साथ खाया करते थे। अमरोहा के कमाल अमरोही ने उन्हें मुगल- ए-आजम फिल्म में सलीम का रोल दिया था। एक बार दिलीप कुमार कमाल अमरोही के साथ उनके पुश्तैनी घर पर आए थे। उस समय अमरोहा मुरादाबाद जनपद का ही हिस्सा हुआ करता था।