नैनीताल की तर्ज पर ही हरीशताल को भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में किया जाएगा विकसित

प्रशांत पांडेय, हल्द्वानी। राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि के लिए शासन द्वारा अलग-अलग प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार की पहल पर एआईबीपी (एक्सीलेरेटेड एरिगेशन बेनिफिट प्रोग्राम) योजना के तहत नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक में हरीश ताल को विकसित किया गया है। नैसर्गिक वातावारण और प्राकृतिक नजारों से …

प्रशांत पांडेय, हल्द्वानी। राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि के लिए शासन द्वारा अलग-अलग प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार की पहल पर एआईबीपी (एक्सीलेरेटेड एरिगेशन बेनिफिट प्रोग्राम) योजना के तहत नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक में हरीश ताल को विकसित किया गया है। नैसर्गिक वातावारण और प्राकृतिक नजारों से भरपूर इस ताल को दो करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। पर्यटन के सीजन में ज्यादा से ज्यादा लोग यहां के नजारों का लुत्फ ले सकें, इसके लिए शासन की ओर से अन्य कई प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है।

पर्यटन मंत्री की उम्मीदें हुई साकार

पर्यटन के लिए इस ताल को पिछले आठ वर्षों से विकसित करने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन बजट की कमी के कारण यह योजना गतिमान नहीं हो पा रही थी। वर्तमान सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के संज्ञान में इस योजना के आने के बाद नवंबर में ही पहल की गई, इसके बाद ताल को विकसित करने के लिए शासन से दो करोड़ की धनराशीर सिंचाई विभाग को मुहैया करा दी गई। इस बात को ध्यान में रखते हुए सिंचाई विभाग की ओर से इस ताल को विकसित किया गया है, ताकि जल संवर्द्धन सिंचाई के लिए भी इस ताल के जल का उपयोग किया जा सके। विभाग द्वारा ताल के चारों और मजबूत दीवार, गेट और हेडवॉल का निर्माण कराया गया है।

पर्यटकों के लिए बन रही सड़क

हरीश ताल को देखने की चाहत रखने वालें पर्यटकों को यहां पहुंचने के लिए एप्रोच रोड का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा शासन द्वारा यहां होम स्टे व अन्य सुविधाओं का प्लान तैयार कर लिया गया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक नैनीताल की तर्ज ही यदि यहां सुविधाएं दी जाएं तो निश्चित रूप से राज्य सरकार को पर्यटन से अच्छा मुनाफा होगा और साथ ही क्षेत्र का विकास भी दोगुनी गति से होगा।

शासन के निर्देश पर सिर्फ चार माह के भीतर ही इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया गया है। यहां सुझाव के तौर पर अन्य बेहतर सुविधाओं को निर्मित करने के लिए विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।

-संजय शुक्ल, मुख्य अभियंता, सिंचाई विभाग