हल्द्वानी: तेज बारिश के चलते कैंची धाम के पास आया मलवा, यातायात ठप

हल्द्वानी, अमृत विचार। देर शाम हुई तेज बारिश के चलते कैंची धाम के पास सड़क पर काफी मलवा आ गया जिससे बड़ा नुकसान हुआ है। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाइवे में मलवा आने से यातायात ठप हाे गया। मलवे की वजह से एनएच में वाहनों की लंबी कतार लग गई। खबर मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर …
हल्द्वानी, अमृत विचार। देर शाम हुई तेज बारिश के चलते कैंची धाम के पास सड़क पर काफी मलवा आ गया जिससे बड़ा नुकसान हुआ है। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाइवे में मलवा आने से यातायात ठप हाे गया। मलवे की वजह से एनएच में वाहनों की लंबी कतार लग गई।
खबर मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गयी है और मलवा हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। पर जिला प्रशासन की टीम पहुंच गई है। लोगों ने बताया कि देर शाम तेज बारिश के बाद क्षेत्र में बेहद अधिक नुकसान हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नैनीताल शैलेश कुमार ने बताया कि बारिश के बाद अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे कैंची सहित कई जगहों में बंद है। मौके पर टीम सड़क खोलने का काम कर रही है। मार्ग में वाहनों की आवाजाही कब शुरू होगी। इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।
बुधवार देर शाम कैंची मंदिर के समीप पहाड़ से पानी का सैलाब आने से राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा पूरी तरह गायब हो गया। मुख्य मंदिर से अल्मोड़ा की तरफ करीब दो सौ मीटर आगे तेज बारिश के बीच एकाएक पानी का सैलाब आने से अफरा-तफरी मच गई। संयोग से इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई अलबत्ता सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह बह गया। गुफा वाले मंदिर परिसर के कई हिस्सों में मलबा भी भर गया है। प्रशासन ने फिलहाल दोनों तरफ से ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है।
मूसलाधार बारिश से कैंची धाम के आसपास हालात बिगड़ गए। साईं मंदिर के समीप पहाड़ी से भारी बोल्डर, मलवा तथा पानी आने से हड़कंप मच गया। लोगो ने इधर-उधर भागकर बमुश्किल जान बचाई। कई वाहन चालक चपेट में आने से बाल-बाल बचे। कैंची धाम स्थित मुख्य मंदिर के परिसर में भी पहाड़ी से मलवा मंदिर परिसर में जा घुसा संयोगवश बड़ा हादसा टल गया। उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी भी उफान पर आ गई। पहाड़ी से बहते पानी बोल्डर व मलवा आने तथा उत्तरवाहिनी शिप्रा के उफान में आने से लोगों की जान ही सूख गई। करीब घंटे भर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। पहाडी़ से बहते पानी के साथ बोल्डर व मलबा आने से बादल फटने जैसे हालात पैदा हो गए।संयोग यह रहा कि जिस वक्त सैलाब आया सड़क पर कोई मौजूद नहीं था।
मलबा आने से सड़क का हिस्सा पूरी तरह गायब हो गया और नीचे की तरफ कैंची मंदिर से आगे के मंदिरों के अगल-बगल पानी और मलबा भर गया। बाबा नीब करौरी के मुख्य एवं पास स्थित गुफा वाले वाले मंदिर में भी काफी मलबा आया है। मुख्य मंदिर में मलबा हटाने का कार्य प्रारंभ हो गया है। शाम घिरने एवं हल्की बारिश जारी रहने के कारण मलबा हटाने के कार्य में व्यवधान भी आ रहा है। पुलिस-प्रशासन की टीमें भी मौके पर पहुंच रही हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नैनीताल शैलेश कुमार ने बताया कि बारिश के बाद अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाइवे कैंची सहित कई जगहों में बंद है। मौके पर टीम सड़क खोलने का काम कर रही है। मार्ग में वाहनों की आवाजाही कब शुरू होगी, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। पुलिस-प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए खैरना पर ही सभी वाहनों को रोक दिया गया है। अब इस राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी वाहन मोना नथुवाखान होते हुए हल्द्वानी को भेजे जाएंगे। उधर क्षेत्र में बीते कई दिनों से अपराह्न से हो रही वर्षा, अंधड़ व ओलावृष्टि की कड़ी में बुधवार शाम पांच बजे के बाद बादल फटने जैसी क्षेत्र में संभवतया अब तक की पहली घटना हो गई। इस घटना के बाद भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर भारी मात्रा में मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है।
बदरीनाथ हाईवे पर बोलेरो के ऊपर गिरा बोल्डर
उत्तराखंड में बुधवार शाम बदरीनाथ हाईवे पर दर्दनाक हादसा हो गया। देवप्रयाग से ऋषिकेश जा रही कार पर अचानक पहाड़ी से बोल्डर गिर गया। बोल्डर गिरने से कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में कार में सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बुधवार शाम करीब चार बजे बदरीनाथ हाईवे पर देवप्रयाग से ऋषिकेश की ओर जा रही एक बोलेरो पर एक बड़ा बोल्डर गिर गया। बोल्डर कार के बोनट और छत पर गिरा। बोल्डर गिरते ही वहां चीख पुकार मच गई। हादसे में कार सवार दो लोग कार में ही फंस गए और बुरी तरह घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना व्यासी पुलिस चौकी को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से कार के अंदर फंसे दोनों लोगों को बाहर निकाला। तुरंत ही दोनों घायलों को एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश भिजवाया गया, जहां चिकित्सकों ने हालत नाजुक देख उन्हें हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया।