बिना बुखार, खांसी अगर फूल रही है सांसें तो कराएं कोरोना जांच

बरेली, अमृत विचार। बीते एक साल से कोरोना संक्रमण का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कई ऐसे मामले सामने आए, जहां एंटीजन टेस्ट किट की जांच में निगेटिव तो आरटीपीसीआर जांच में लोग पॉजीटिव आए। वहीं अब ऐसे मामले देखे जा रहे हैं, जहां लोगों की सांसें फूल रही है, आश्यर्च …
बरेली, अमृत विचार। बीते एक साल से कोरोना संक्रमण का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कई ऐसे मामले सामने आए, जहां एंटीजन टेस्ट किट की जांच में निगेटिव तो आरटीपीसीआर जांच में लोग पॉजीटिव आए। वहीं अब ऐसे मामले देखे जा रहे हैं, जहां लोगों की सांसें फूल रही है, आश्यर्च की बात तो यह है कि उन्हें बुखार या खांसी किसी तरह की अन्य कोई दिक्कत नहीं है। अचानक हालत बिगड़ने के बाद उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।
जिले में पिछले महीने से हालात ज्यादा खराब हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां लोगों ने रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच कराई तो वहा रिपोर्ट निगेटिव मिला। यह जानकारी उन्हें राहत जरूर मिली, लेकिन इसके बावजूद उनकी सांस फूल रही थी। जब आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आई तो वह पॉजीटिव पाये गये। 300 बेड कोविड अस्पताल के आईसीयू वार्ड इंचार्ज डॉ. वागीश वैश्य बताते हैं कि फेंफड़े कम फूलना भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं।
अगर व्यक्ति को बुखार नहीं है, खांसी भी नहीं है और सांस फूल रही है तो कोरोना हो सकता है। ऐसे मामलों में सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना के मिलते-जुलते लक्षण दिखें तो जांच अवश्य कराएं, जिससे उन्हें समय पर उपचार मिल सके।
संक्रमण से बचने के लिए सावधानी जरूरी
कोरोना संक्रमण एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है। ये सभी लोग जानते हैं, लेकिन इससे सावधान रहना भी जरूरी है। अचानक सांस फूल रही है तो कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते हैं। स्थिति ज्यादा खराब हो, उससे पहले जांच जरूर करा लें। उसके बाद उपचार शुरू कराएं। कोरोना संक्रमण होने पर बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इससे बचाव के लिए गर्म पानी पिएं। काढ़ा भी पीएं, जिससे संक्रमण का असर कम हो सकता है। हालात बिगड़ने पर कोविड अस्पताल में भर्ती हो जाएं। – डॉ.वागीश वैश्य, आईसीयू इंचार्ज (300 बेड कोविड अस्पताल)