Moradabad : बढ़ता तापमान बना रहा बीमार, अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या
हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट के बाद भी लोग बरत रहे लापरवाही, सरकारी व निजी अस्पताल डायरिया, बुखार, उल्टी दस्त के मरीजों से पटा
मुरादाबाद, अमृत विचार। इन दिनों सूरज की तपिश बढ़ने व गर्म हवा से लोग बीमार हो रहे हैं। बच्चे व बड़े बीमार होकर सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। हालांकि लू (हीट वेव) और गर्मी से बचाव के लिए अलर्ट जारी कर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
बुधवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार रही। बड़े व बच्चे मौसम की मार से बीमार होकर इलाज के लिए पहुंचे। अस्पताल के बाल रोग विभाग में चिकित्सक के कक्ष में बीमार बच्चों का इलाज कराने आए अभिभावकों की भीड़ से चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी परेशान होते रहे। जिला अस्पताल के बाल रोग विभाग की ओपीडी में ऋतिक, हिमांशु, हमजा डेढ़ साल व ढाई साल के अब्दुल हादिक सहित अन्य बच्चों को इलाज के लिए अभिभावक लेकर आए थे।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्यांशी ने बताया कि मौसम की मार से इन दिनों बच्चे डायरिया, उल्टी, दस्त, सांस फूलने व पसली चलने के चलते बीमार हो रहे हैं। पेट में दर्द व मरोड़ भी है। ऐसे में बच्चों को बाहर के और जंक फूड से दूर रखना होगा। बासी भोजन की बजाय ताजा व सुपाच्य भोजन करें। बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी खानपान में सावधानी बरतें। कोल्ड ड्रिंक्स व आइसक्रीम आदि का सेवन न करें।
वहीं फिजिशियन ने हृदय रोगियों को भी तेज गर्मी व लू से बचने के लिए सलाह दी। कहा कि गर्मी व लू लगने से बीमार होने पर किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज कराएं। साथ ही मौसम के अनुरूप जीवनशैली में परिवर्तन करें। सावधानी बरतें व चिकित्सक के परामर्श का पालन करें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि गर्मी व लू को देखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को इलाज व दवा का समुचित प्रबंध रखने का निर्देश दिया है। गंभीर मरीजों को आकस्मिक चिकित्सा सेवा भी मिलेगी।
गर्मी से संबंधित बीमारी के लक्षण
- शरीर का तापमान अधिक बढ़ना
- मिचली, उल्टी आना
- कमजोरी लगना, चक्कर आना
- निरंतर सिरदर्द बना रहना
- अत्यधिक पसीना आना
- मांसपेसियों में जकड़न
- बेहोशी आना या दौरा पड़ना
