लखनऊ: जेईई मेंस में 99 पर्सेंटाइल से अधिक नंबर पाने वाले छात्रों की संख्या 50 से ऊपर, श्रेयस ने हासिल किया AIR 6
लखनऊ, अमृत विचार। जेईई मेन्स 2025 परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है। जिसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने टॉपर्स की लिस्ट भी जारी कर दी है। इस परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाकर परिणाम देख सकते हैं।
इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के 50 से अधिक छात्रों ने 99 पर्सेंटाइल या उससे अधिक अंक प्राप्त किये हैं। शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों में श्रेयस लोहिया, कुशाग्र बेंगहा और कृष्णा अग्रवाल का नाम शामिल है। 100 परसेंटाइल के साथ श्रेयस ने आल इंडिया में छठी, कुशाग्र ने 7वीं और कृष्णा ने 48वीं रैंक हासिल की है।
दरअसल, ये परीक्षा भारत में सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। यही वजह है कि जेईई मेन्स परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की जाती है ताकि छात्रों को अपने स्कोर सुधारने के अधिक मौके मिल सकें। जेईई एडवांस उन छात्रों के लिए प्रवेश का द्वार खोलता है जो प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में जाना चाहते हैं, जबकि जेईई मेन्स के जरिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों और अन्य सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश का रास्ता बनता है। 18 अप्रैल को जेईई मेन्स का परिणाम आया है। जिसमें लखनऊ के छात्रों ने अपना परचम लहराया है और अपने शहर व परिवार का नाम रौशन किया है।
श्रेयस लोहिया ने जेईई मेंस में ऑल इंडिया लेवल पर छठी रैंक की है। श्रेयस ने कहा की उन्होंने 11वीं क्लास से ही इंजीनियरिंग की तैयारी में शुरू कर दी थी और वो हर रोज पांच से छह घंटे का लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करते थे।
उन्होंने दो सब्जेकट्स फिजिक्स और मैथ्स पर ज्यादा फोकस किया। वहीं उन्होंने कहा कि केमिस्ट्री उनके लिए आसान थी, जो भी स्टूडेंट्स जेईई की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए सबसे बेस्ट हैं एनसीईआरटी की किताबें। अगर एनसीआरटी से तैयारी करते हैं तो 100 परसेंटाइल आसानी से मिल सकते हैं।
टाइम मैनेजमेंट है जरूरी
श्रेयस ने बताया कि टाइम मैनेजमेंट तैयार करके सभी टॉपिक पर फोकस करना चाहिए। किस टॉपिक को कितना समय देना है यह समझना भी काफी जरूरी है। उन्होंने बताया कि मैथ्स के कॉन्सेप्ट एक बार क्लियर हो जाए तो वह काफी आसान हो जाती है। बस उसकी लगातार प्रैक्टिस करते रहना चाहिए।
सिलेबस पर रखें पूरा फोकस
7वीं रैंक हासिल करने वाले कृष्ण अग्रवाल ने बताया कि एग्जाम्स में सफलता हासिल करने के लिए कैंडिडेट्स को पहले तो सिलेबस को अच्छी तरह से जान लेना जरूरी होता है। उसके अनुसार ही पूरी रूप रेखा तैयार करनी चाहिए।
अगर कोई टॉपिक समझ नहीं आ रहा है तो टीचर्स की मदद लें। NCERT की किताबें जेईई मेंस और एडवांस की तैयारी के लिए काफी हैं। कोचिंग में रेगुलर बेसिस पर जो टेस्ट सीरीज आयोजित किए जाते हैं, उन्हें सारियस होकर फोकस करें।
सोशल मीडिया से बनाएं दूरी
सोशल मीडिया पढाई के लिए एक बड़ी परेशानी हैं। ऐसे में उससे दूरी बनानी काफी जरूरी हैं। अगर आप उसमें अच्छा स्कोर करना चाहते हैं।
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