बरेली: मंडल में सबसे ज्यादा बदायूं का गिरा भू-गर्भ जल स्तर

बरेली: मंडल में सबसे ज्यादा बदायूं का गिरा भू-गर्भ जल स्तर

अमृत विचार, बरेली। बरेली मंडल में कई ब्लॉकों का भू-गर्भ जलस्तर लगातार गिर रहा है। इनमें बदायूं की स्थिति सर्वाधिक खराब है। दूसरे नंबर पर बरेली है। यहां कई ब्लॉक ऐसे हैं जहां भू-गर्भ जलस्तर में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। जल संचयन के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए तो बदायूं जनपद …

अमृत विचार, बरेली। बरेली मंडल में कई ब्लॉकों का भू-गर्भ जलस्तर लगातार गिर रहा है। इनमें बदायूं की स्थिति सर्वाधिक खराब है। दूसरे नंबर पर बरेली है। यहां कई ब्लॉक ऐसे हैं जहां भू-गर्भ जलस्तर में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। जल संचयन के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए तो बदायूं जनपद की तरह यहां भी डार्क जोन घोषित हो जाएंगे।

जल संचयन को लेकर न तो आमजन और न ही सरकारें जागरूक दिख रही हैं। इससे भविष्य में खतरा साफ दिखाई दे रहा है। केंद्र और राज्य सरकार भू-गर्भ जलस्तर को और न गिरने देने व तालाब, पोखरों और नदी-नालों को पुनर्जीवित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करती है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग और स्टेट ग्राउंड वाटर कन्जर्वेशन मिशन समेत अन्य योजनाएं चलाई है लेकिन जमीन पर पूरी कवायद नजरअंदाज दिख रही है।

बरेली में 250 से अधिक तालाब रिकार्ड में दर्ज हैं, लेकिन महज सौ से अधिक तालाब ही पुनर्जीवित हैं। तालाब अतिक्रमण की भेंट चढ़ गए। बरेली के ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो दूर शहर के तालाबों और नदी की हालात ठीक नहीं। डेलापीर तालाब, संजय कम्युनिटी हाल के पास तालाब अपनी बर्बादी पर आंसू बहा रहे हैं।

किला नदी अनदेखी सूखने के कगार पर पहुंच गई। रामनगर की लिलौर झील सालों से सूखी पड़ी र्है। उसमें एक बूंद पानी नहीं है। गिरते भू-गर्भ जलस्तर की वर्तमान स्थिति देखकर भी हम जागरूक नहीं हुए तो भविष्य में बूंद-बूंद के लिए तरसते दिखेंगे। बरेली मंडल में शाहजहांपुर की कुछ स्थिति ठीक है। पीलीभीत जनपद में किसी कोने में पानी की कमी नहीं है। यहां का भू-गर्भ जल स्तर मंडल में सबसे अच्छा है।

बरेली मंडल में भू-गर्भ जल की स्थिति सबसे ज्यादा बदायूं जनपद की खराब है। यहां कई ब्लॉक डार्क जोन घोषित हैं। बरेली में डार्क जोन घोषित तो नहीं लेकिन जलस्तर गिरने में बरेली का दूसरा नंबर है। शाहजहांपुर में भी जलस्तर गिरा है। मंडल में पीलीभीत जनपद का सबसे अच्छा जलस्तर है। जल संचयन को लेकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
गिरीश सिंह, सहायक अभियंता, भू-गर्भ जल विभाग, बरेली

हालात गंभीर नहीं पर क्रिटिकल श्रेणी की तरफ बढ़ रहे
बरेली शहर के जिला परिषद कैंपस क्षेत्र का जलस्तर अक्टूबर, 2020 के अनुसार 12.2 मीटर पहुंचा हुआ है। आयुक्त कार्यालय का 11.6 मीटर, राइफल क्लब का 9.26 मीटर, स्पोर्ट्स स्टेडियम का 9.91 मीटर, राजेंदनगर का 9.38 मीटर जलस्तर है। यह क्षेत्र अभी क्रिटिकल श्रेणी में नहीं हैं,लेकिन जिस तरह के हालात दिख रहे हैं, उससे यह नहीं कह सकते कि यहां के जलस्तर में सुधार होगा। जल संचयन के संसाधन नहीं किए गए तो बदायूं की तरह ये क्षेत्र भी क्रिटिकल श्रेणी में आ जाएंगे।

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