बरेली: शहरी क्षेत्र की संपत्तियों का 17 अंकों का तैयार हो रहा है यूनिक आईडी

बरेली: शहरी क्षेत्र की संपत्तियों का 17 अंकों का तैयार हो रहा है यूनिक आईडी

अमृत विचार, बरेली। नगर निगम सहित जनपद के अन्य शहरी इलाकों की संपत्तियों का ब्योरा पलभर में मिल जाएगा क्योंकि यूनिक प्रापर्टी आईडी का कार्य शुरू कर दिया गया है। आवासीय, गैर आवासीय से लेकर व्यावसायिक संपत्तियों की कोडिंग की जानी है। इसके लिए 17 डिजिट की यूनिक प्रापर्टी आईडी से संपत्ति की पहचान होगी। …

अमृत विचार, बरेली। नगर निगम सहित जनपद के अन्य शहरी इलाकों की संपत्तियों का ब्योरा पलभर में मिल जाएगा क्योंकि यूनिक प्रापर्टी आईडी का कार्य शुरू कर दिया गया है। आवासीय, गैर आवासीय से लेकर व्यावसायिक संपत्तियों की कोडिंग की जानी है। इसके लिए 17 डिजिट की यूनिक प्रापर्टी आईडी से संपत्ति की पहचान होगी।

अब बहुत जल्द नगर निगम क्षेत्र की सभी संपत्तियों का अपना यूनिक प्रॉपर्टी आईडी तैयार हो जाएगा। संपत्तियों की कोडिंग के लिए निर्धारित प्रो-फार्मा तैयार किया गया है। इसमें 17 अंक भरे जाएंगे। इससे संपत्तियों की पहचान में आसान होने के साथ नामांतरण और बकाया टैक्स वसूली में भी नगर निगम को मदद मिलेगी। इसके लिए प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने नगर आयुक्त को निर्देश दिए हैं। निकायों में संपत्तियों का कोड निर्धारित करने के बाद डिजिटाइजेशन हो जाएगा। जो ई-नगर सेवा पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा।

कर बकाया, नामांतरण में आसानी

यूनिक आईडी होने से लोगों को भी आसानी होगी। भवन स्वामी और संपत्तियों का ब्योरा ऑनलाइन विभागीय वेबसाइट पर देखा जा सकेगा। इसके अलावा यूनिक आईडी को संपत्तियों पर निर्धारित कर प्रणाली से भी जोड़ा जाएगा ताकि उसी से हाउस टैक्स की मौजूदा स्थिति के बारे में भी कर विभागी को हो सकेगी। इसी के आधार पर नामांतरण भी आसानी से हो सकेगा।

ऐसे होगी कोडिंग

नगर निगम की संपत्तियों का कोड 17 अंकों का होगा। पहले दो अंक लोकल गवर्नमेंट डायरेक्टरी यानि एलजीडी (राज्य कोड) के होंगे। तीन से पांच अंक तक स्थानीय निकाय का कोड होगा। छह से सात अंकों तक स्थानीय निकाय का जोनल कोड होगा। आठ से दस अंकों तक स्थानीय निकाय का वर्ड कोड और 11 से 16 अंकों तक संपत्ति का कोड होगा। 17वें अंक के स्थान पर एक विशेष अक्षर संपत्ति के प्रारूप को दर्शाएगा जिसमें आर-आवासीय के लिए, एन- गैर आवासीय के लिए और एम -मिश्रित प्रापर्टी (आवासीय व गैर आवासीय) का होगा। इससे पूरा ब्योरा आनलाइन हो जाएगा।