चोटों से मुक्त निकहत जरीन का लक्ष्य मई में वापसी पर, बोलीं-कोई भी व्यक्ति जीवन में इतनी जल्दी आगे नहीं बढ़ पाता

ग्रेटर नोएडा। पेरिस ओलंपिक के दर्दनाक अनुभव के बाद घुटने की चोट से जूझ रही दो बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज निकहत जरीन का कहना है कि अब वह चोटों से मुक्त हैं और मई में वापसी का लक्ष्य बनाए हैं। निकहत पेरिस ओलंपिक के दर्द को भुला नहीं पाई है, उन्होंने कहा, कोई भी व्यक्ति जीवन में इतनी जल्दी आगे नहीं बढ़ पाता है। ओलंपिक में मुक्केबाजी के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी जिससे उन्हें लग रहा था कि ओलंपिक पोडियम पर खड़े होने का उनका सपना कभी साकार नहीं हो सकता है।
पर हाल में 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में मुक्केबाजी को शामिल किए जाने से उनके भीतर उम्मीद जाग उठी है। पेरिस खेलों के बाद से चोट के कारण बाहर रहने के बाद 28 वर्षीय खिलाड़ी अब वापसी करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और मई तक प्रतियोगिता के लिए तैयार होने का लक्ष्य रखती हैं। निकहत ने यहां चल रही महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के दौरान कहा, मुझे मामूली चोट (मेनिस्कस) लगी थी जिसके लिए तीन-चार महीने के रिहैबिलिटेशन की आवश्यकता थी। अब सब ठीक है, लेकिन जाहिर है कि अगर आप प्रतियोगिता सर्किट में प्रवेश करना चाहते हैं तो आपको रिंग में धीरज रखने की आवश्यकता है। इसलिए मैं मई में वापसी करूंगी।
उन्होंने कहा कि इस साल कई प्रमुख प्रतियोगिताओं के साथ उनका ध्यान सितंबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर होगा जिसके बाद विश्व कप होगा और इसकी मेजबानी भारत करेगा। उन्होंने कहा, मेरा मुख्य ध्यान विश्व चैंपियनशिप और विश्व कप पर होगा जिसकी मेजबानी भारत कर रहा है। अपने ओलंपिक पदार्पण में जरीन का अभियान राउंड 16 में समाप्त हो गया। उन्होंने कहा, कोई भी व्यक्ति जीवन में इतनी जल्दी आगे नहीं बढ़ता। कोई भी व्यक्ति अपने द्वारा अनुभव की गई परिस्थितियों से आगे नहीं बढ़ सकता। लेकिन मैंने इसे स्वीकार कर लिया है, हारना ठीक है। अब भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने और उससे आगे बढ़ने का समय है।
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