पीलीभीत: सीसीटीवी की निगरानी में मूल्यांकन शुरू, परीक्षकों के जमा किए गए मोबाइल

पीलीभीत, अमृत विचार: उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन की शुरुआत बुधवार को सीसीटीवी की निगरानी में हुई। दो केंद्रों पर पहले दिन डीएचई (उप प्रधान परीक्षक) ने कॉपियां चेक कीं।
साथ ही मूल्यांकन में लगाए गए शिक्षकों को विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद परीक्षकों ने भी कॉपियां जांचीं। पहले दिन 14,651 कॉपियां जांची गईं। पहले दिन डीआईओएस ने मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण किया।
ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को बोर्ड की कॉपी जांचने के लिए मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। बोर्ड की ओर से करीब दो मंडलों के जिलों की 218660 कॉपियां अलॉट की गई हैं। इनमें 93039 इंटरमीडिएट और हाईस्कूल 1,25621 की कॉपियां हैं।
जीजीआईसी में हाईस्कूल और ड्रमंड कॉलेज में इंटरमीडिएट की कॉपियों की जांच होगी। मंगलवार को प्रशिक्षण के बाद बुधवार को सुबह 10 बजे दोनों केंद्रों पर मूल्यांकन शुरू किया गया। केंद्र पर माध्यमिक शिक्षा की ओर से बाहरी जिलों से आई कॉपियों में जीजीआईसी कॉलेज मूल्यांकन केंद्र को 125621 कॉपियां आवंटित की गई ।
कॉपियां जांचने से पहले ड्रमंड कॉलेज के उप नियंत्रक संतोष कुमार, जीजीआईसी की उप नियंत्रक अनीता रानी ने परीक्षकों और डीएचई के साथ बैठक की। जहां उन्हें बोर्ड की गाइडलाइन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके बाद दोनों केंद्रों पर सबसे पहले डीएचई ने कॉपी जांची।
प्रत्येक डीएचई ने अलग-अलग विषय की 20-20 कॉपियां चेक कीं। इसके बाद परीक्षकों को कॉपी जांचने के लिए दी गईं। जीजीआईसी में पहले दिन 68 में 68डीएचई मूल्यांकन में उपस्थित हुए। जिन्होंने कॉपियां जांची। वहीं परीक्षक में 657 में 282 परीक्षक ही उपस्थित हुए। जिन्होंने पूरे दिने में 9871 कॉपियां जांची गई।
इधर, ड्रमंड कॉलेज में इंटरमीडिएट की 93039 कॉपियां आवंटित हुई। यहां पहले दिन 39 डीएचई और 181 परीक्षकों ने कॉपियां जांची। हालांकि 183 परीक्षक अनुपस्थित रहे। पहले दिन कॉपियों में कोई भी खामी नहीं मिली। मूल्यांकन केंद्र में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया गया।
आईडी चेक करने के बाद परीक्षक और डीएचई को भी एंट्री दी गई। इधर, कंट्रोल रूम से भी मूल्यांकन का जायजा लिया जाता रहा। सुरक्षा के लिहाज से फोर्स भी तैनात रहा। इधर, मूल्यांकन कार्य का जायजा लेने के लिए डीआईओएस डॉ. अचल कुमार मिश्र केंद्रों पर पहुंचे और वहां की व्यवस्था को चेक किया।
केंद्र पर किसी भी परीक्षक को मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। मूल्यांकन कक्ष में पहुंचने से पहले सभी के मोबाइल जमा कर लिए गए थे। इसके अलावा दोनों ही केंद्रों पर सुरक्षा बल भी तैनात रहा।
काली पट्टी बांधकर किया मूल्यांकन
पीलीभीत, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने पुरानी पेंशन की बहाली, शिक्षा अधिनियम की धारा 12, 18 , 21 का बहालीकरण, वित्त विहीन विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं को समान कार्य के लिए समान वेतन लागू करने, उत्पीड़न बंद करने, शोषण बंद करने, राजकीय शिक्षकों की भांति निशुल्क चिकित्सा सुविधा लागू करने आदि की मांग को लेकर आंदोलन जारी रखा।
बुधवार को आंदोलन के दूसरे चरण में परीक्षकों को काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन करना था। ऐसे में सुबह से ही जिला अध्यक्ष लक्ष्मीकांत शर्मा, जिला मंत्री रश्मि यादव, कोषाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, प्रांतीय प्रतिनिधि सतीश चन्द गंगवार ने मोर्चा संभाला। परीक्षकों को काली पट्टी लगाना शुरू कर दिया| जनपद के दोनों मूल्यांकन केंद्रों राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज में संपर्क कर आंदोलन का द्वितीय चरण शुरू कराया।
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