केंद्र से अनुमति के इंतजार में 8 साल से लटका आईएसबीटी का प्रस्ताव
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हल्द्वानी, अमृत विचार: बरेली रोड तीनपानी में आईएसबीटी का प्रस्ताव अधर में लटका हुआ है। यहां 10 एकड़ भूमि पर आईएसबीटी का निर्माण होना है। लंबे समय से इसको बनाने की कवायद चल रही है लेकिन वन भूमि होने के कारण मामला अभी भी केंद्र में लटका हुआ है। साल दर साल बीतने पर प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ना तय माना जा रहा है। 8 साल पहले गौलापार में 8 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले आईएसबीटी की लागत 75 करोड़ रुपये थी। तीनपानी में 10 हेक्टेयर भूमि है। इसमें नहर को कवर करने के साथ ही बरेली रोड में सड़क चौड़ीकरण भी किया जाना है जिससे प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ने का अनुमान है।
10 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले आईएसबीटी में कई सुविधायें होंगी। गौलापार में बनने वाले पुराने प्रोजेक्ट के अनुसार इसमें भी कामर्शियल कांपलेक्स, रोडवेज बसों के साथ ही प्राइवेट बसों और अन्य वाहनों के लिये बड़ी पार्किंग शामिल होंगी। गौलापार में 2015 में 75 करोड़ रुपये की लागत से आठ हेक्टेयर भूमि पर आईएसबीटी के निर्माण को मंजूरी मिली थी। वनभूमि हस्तांतरण होने के बाद काम भी शुरू हो गया था लेकिन 2017 में नई सरकार के आने के बाद इसका काम रुक गया। इसके बाद तीनपानी पर उपयुक्त जगह मिलने की बात हुई। लेकिन 6 साल बीतने पर भी आज तक मामला लटका हुआ है। आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि केंद्र सरकार से वन भूमि हस्तांतरण की मंजूरी नहीं मिलने के कारण प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है।
हिल डिपो करेगा हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन का बोझ कम
वर्तमान में काठगोदाम में परिवहन निगम की भूमि पर हिल डिपो का काम चल रहा है। जिसे लगभग 67 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। कार्य पूरा होने के बाद यहां से पर्वतीय मार्ग पर बसों का संचालन किया जाएगा। जिससे हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन पर पड़ रहे अतिरिक्त बोझ से राहत मिलेगी और शहर की यातायात व्यवस्था भी सुधरेगी। उल्लेखनीय है कि हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन से मैदानी क्षेत्रों के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों के लिए बसें जाती हैं, जो शहर से होते हुए गुजरती हैं। इस कारण आए दिन शहर में जाम की स्थिति बनती है। हिल डिपो से संचालन शुरू होने पर जाम से भी काफी राहत मिलेगी।