मेरो रंगीलो देवर घर आयो छ......पर झूमीं महिलाएं

दिनेशपुर, अमृत विचार: पर्वतीय समाज के लोगों ने आमलकी एकादशी पर मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ पुरुष व महिलाओं की टीमों ने मंदिरों में रंग चढ़ाकर बैठकी व खड़ी होली गायन शुरू किया। पंडित गोपाल दत्त खोलिया ने बताया कि 13 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा व 15 मार्च को रंगों की होली (छलड़ी) खेली जाएगी।
सोमवार को मां भगवती मंदिर दलीपनगर में महिलाओं ने मंदिर में रंग चढ़ा कर गिरिजा सुत गणपति विध्न हरो......, आदि होली गायन कर बैठकी व खड़ी होली शुरू की। होल्यार कमला देवराड़ी ने तू कर ले सोलह सिंगार राधिका तेरे......., नीम खोलिया ने मेरो रंगीलो देवर घर आयो छ...., भैरवी खोलिया ने कन्हैया न दो मोह गारी, सुनत गांव के लोग........, उषा मर्तोलिया ने कै ले मेरी पिचकारी भीग गई मोरी सारी....., आदि होली गीतों गाकर होल्यारों ने रंग जमाया। इस मौके पर सावित्री देवराड़ी, प्रेमा सुयाल, पुष्पा खोलिया, भावना सुयाल, एएसआई बसंती देवी, अनीता खोलिया, दीपा मेहता, मुन्नी खोलिया, राधा बहुगुणा, लक्ष्मी खोलिया आदि मौजूद रहीं।