अयोध्या: डूबने की कागर पर मदराही गांव, अब सरयू नदी से बचा है महज 10 मीटर का फासला, अफसर तो दूर लेखपाल ने भी नहीं ली सुध

पूराबाजार/अयोध्या, अमृत विचार। मांझा क्षेत्र के मदराही गांव में सरयू नदी की कटान तेजी के साथ बढ़ रही है। जिसके चलते गांव और नदी की धारा के बीच की दूरी 10 मीटर ही बची है। भयानक कटान से मदराही गांव के लोग भयभीत हैं।
अभी तक तहसील प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नहीं किया गया है, यहां तक की आज तक लेखपाल ने भी गांव में जाना मुनासिब नहीं समझा। सिंचाई विभाग की टीम ने गांव का दौरा तो किया लेकिन कटान से बचाने का कोई उपक्रम नहीं किया। जिसके चलते काटन की जद में आए लोगों ने पलायन की तैयारी शुरू कर दी है।
रामपुर पुआरी मांझा के मदराही गांव में पिछले एक हफ्ते से सरयू नदी की धारा गांव के करीब आ जाने से कटान तेजी के साथ जारी है। अब तक सैकड़ो बीघा खेती योग्य जमीन जिस पर फसल बोई थी कटान से नदी में समा चुकी है। गांव के हरिश्चंद्र निषाद, राजाराम, रामचरण, रामचंद्र, बुदिराम, संतराम सूरज, सुखराम, राधेश्याम ने बताया कि कटान की सूचना लेखपाल को दिया गया है लेकिन अभी तक गांव में लेखपाल भी नहीं दिखाई पड़े।
यदि कटान रोकने का प्रयास न किया गया तो पूरा गांव जल्द ही नदी में समा जाएगा। प्रधान रमेश निषाद ने बताया कि कटान की सूचना तहसील प्रशासन को दिया गया है, लेकिन अभी तक तहसील से कोई दिखाई नहीं पड़ा सिंचाई विभाग की टीम गांव में आई थी लेकिन वह भी चली गई कटान रोकने का कोई प्रयास नहीं किया।
इस संबंध में तहसीलदार सदर विनोद से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठा। उन्होंने बताया कि लोगों ने अब पलायन की तैयारी शुरू कर दिया है। अगर मंगलवार तक राहत और बचाव नहीं होता है तो प्रभावित 80 परिवार सुरक्षित स्थान पर चले जायेगें।
रामपुर पुजारी मांझा के मदराही गांव के निकट कटान तो है लेकिन विभाग द्वारा अभी कोई बचाव कार्य नहीं शुरू किया जा सका है। मंगलवार को टीम द्वारा कटान रोकने का काम होगा... वीरेंद्र कुमार, अवर अभियन्ता, सिंचाई विभाग।
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