अयोध्या: मां कामाख्या धाम महोत्सव में छा गए बिरहा सम्राट छविलाल, कजरी और सोहर की प्रस्तुतियों पर झूमें लोग

मवई/अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या के रुदौली के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ मां कामाख्या धाम में आयोजित सात दिवसीय मां कामाख्या धाम महोत्सव की द्वितीय सांस्कृतिक संध्या लोक गायन को समर्पित रही। महोत्सव में आयोजित बिरहा गायन में पहुंचे अम्बेडकरनगर के प्रसिद्ध लोक गायक छविलाल पाल ने मंच पर उतरते ही समां बांध दिया।
देर शाम शुरू हुई सांस्कृतिक संध्या में एक से बढ़कर एक बिरहा, सोहर और कजरी की प्रस्तुतियों ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बिरहा गायन में छविलाल पाल ने श्रोताओं की फर्माइश पूरी की। माँ कामाख्या धाम मंदिर परिसर में आयोजित माँ कामाख्या धाम महोत्सव के दूसरे दिन की संध्या पर बिरहा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए।
इस दौरान माँ कामाख्या धाम महोत्सव न्यास के अध्यक्ष रविकांत तिवारी मोनू व चेयरमैन शीतला प्रसाद शुक्ल ने अम्बेडकरनगर से आए सुप्रसिद्ध बिरहा गायक छविलाल पाल का भगवान श्रीराम जी का स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।बिरहा गायक छविलाल पाल ने बिरहा और सोहर, कजरी गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। बिरहा सम्राट छविलाल पाल ने भक्तों को बिरहा व गीत के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने व भगवान श्री कृष्ण के आदर्शों पर चलकर सामाजिक समरसता स्थापित करने का संदेश दिया।
उन्होंने बिरहा गीतों के माध्यम से समाज में आपसी प्रेम, भाईचारा एवं एकता के सूत्र में पिरोने का संदेश दिया है। इस अवसर पर महोत्सव न्यास के उपाध्यक्ष कमलेश यादव, माँ कामाख्या के मुख्य पुजारी बृज किशोर मिश्रा, अविनाश चंद्र यादव, तेज तिवारी, शैलेंद्र यादव, चंद्रजीत यादव, कप्तान गिरी जी महाराज, सभासद राकेश यादव, रतिपाल सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।