हल्द्वानीः घरों के ताले तोड़े पकड़े गए, खाता खंगालने वाले हत्थे नहीं चढ़े

सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी। घरों में चोरी करने वाले एक न एक दिन सलाखों के पीछे पहुंच ही जाते हैं, लेकिन बैंक खातों में सेंध लगाने वालों तक पहुंचना पुलिस के लिए चुनौती है। पिछले तीन साल में कुमाऊं में घरों के अंदर और बाहर से हुई चोरियों की बात करें तो चोरों ने कुल 2872 चोरियां हुईं। अधिकांश चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जबकि पिछले एक साल में साइबर क्रिमिनल ने 900 बैंक खाते खंगाले और 18 करोड़ से अधिक की रकम पर हाथ साफ कर दिया। साइबर क्रिमिनल को तो पुलिस पकड़ नहीं पाई, लेकिन कई मामलों में काफी हद तक रकम वापसी में पुलिस को कामयाबी मिली, जो 79.39 लाख रुपये है।
पुलिस विभाग में दर्ज आंकड़ों पर गौर करें तो कुमाऊं के छह जिलों में जो चोरियां हुई हैं, उसमें सबसे आगे ऊधमसिंहनगर जिला है। इसके बाद सबसे ज्यादा चोरियां नैनीताल जिले में हुई है। ऊधमसिंहनगर में वर्ष 2022 में 717, वर्ष 2023 में 722 और 2024 में 565 चोरियां हुईं। जबकि नैनीताल में वर्ष 2022 में 342, वर्ष 2023 में 233 और 2024 में 202 चोरियां हुईं। घरों के भीतर और वाहन चोरी के मामलों में कमी तो देखने को मिली, लेकिन साइबर क्रिमिनल ने उतनी ही तेजी से अपने पांव पसारे। पहाड़ी जिलों में भी चोरियों में कमी आई है, लेकिन साइबर क्रिमिनल का जाल यहां भी तेजी से फैल रहा है। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2024 में साइबर क्रिमिनल ने 900 से अधिक लोगों के खातों में सेंधमारी की और 18 करोड़ 91 लाख 46 हजार रुपये उड़ा दिए। डीजाईजी योगेंद्र सिंह रावत का कहना है कि चोरियों के मामलों में कमी आई है। साइबर अपराध रोकने के लिए सभी जिलों के कप्तानों को निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही लोगों को भी जागरुक किया जा रहा है।
1095 दिन में चोरी हुई 1322 दो पहिया वाहन
हल्द्वानी : कुमाऊं में अपराधी न केवल घरों में चोरी की घटनाओं और साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं, बल्कि वाहनों को भी निशाना बना रहे हैं। पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले तीन साल में छह जिलों में 1322 वाहन चोरी हुए, जिनमें सभी दोपहिया वाहन थे। हालांकि, कुछ वाहनों की बरामदगी भी हुई है। वाहन चोरी के मामलों में 1242 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया।
पिछले तीन साल में हुईं चोरियां
- ऊधमसिंहनगर में वर्ष 2022 में 717, वर्ष 2023 में 722 और 2024 में 565
- नैनीताल में वर्ष 2022 में 342, वर्ष 2023 में 233 और 2024 में 202
- पिथौरागढ़ में वर्ष 2022 में 30, वर्ष 2023 में 45 और 2024 में 26
- बागेश्वर में वर्ष 2022 में 14, वर्ष 2023 में 9 और 2024 में 9
- चम्पावत में वर्ष 2022 में 21, वर्ष 2023 में 28 और 2024 में 25
- अल्मोड़ा में वर्ष 2022 में 25, वर्ष 2023 में 25 और 2024 में 16