बरेली: निगम को हर रोज वसूलने होंगे एक करोड़...तब जाकर पूरा होगा हाउस टैक्स का लक्ष्य
वित्तीय वर्ष में सिर्फ ढाई महीना शेष, अब तक आधा लक्ष्य भी नहीं हो पाया है पूरा
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम में टैक्स विभाग की वसूली की रफ्तार जस की तस है। हालत यह है कि वित्तीय वर्ष के 72 दिन शेष रहने तक आधा लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया है। अब लक्ष्य पूरा करने के लिए रोज एक करोड़ रुपये की वसूली की चुनौती है।
हाउस टैक्स का लक्ष्य 126 करोड़ रुपये का है जो अफसरों को 31 मार्च तक पूरा करना है, लेकिन अब तक इस मद में 48 करोड़ रुपये ही जमा हो पाए हैं। बेहद कम वसूली होने पर शासन से लगातार जवाब मांगा जा रहा है जिसकी वजह से टैक्स विभाग के अफसर परेशान हैं। कम वसूली के वजह से बरेली नगर निगम डी श्रेणी में चला गया। पिछले दिनों अधिकारियों को चेतावनी भी जारी की जा चुकी है लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
कम वसूली के लिए मुख्य कर निर्धारण अधिकारी की ओर से जीआईएस सर्वे को कारण बताया जा रहा है। हालांकि हाउस टैक्स की मद में बड़े करदाताओं के पास सबसे ज्यादा पैसा दबा हुआ है। टैक्स विभाग के मुताबिक ऐसे करीब 50 हजार नए भवनस्वामी भी हैं, जो जीआईएस सर्वे के बाद टैक्स के दायरे में आए हैं। इनमें से अधिकांश ने अब तक हाउस टैक्स जमा नहीं किया है।
तीन महीने वसूली ठप होने का पड़ा असर
जीआईएस सर्वे के बाद अप्रैल, मई और जून में हाउस टैक्स बिल्कुल जमा नहीं हुआ था। यही अब विभाग को सबसे ज्यादा भारी पड़ रहा है। इसके बाद बिलों में गड़बड़ियों की वजह से लोगों ने टैक्स जमा करने से हाथ खींच लिए। इसी कारण नगर निगम प्रदेश में सबसे कम वसूली करने वाली श्रेणी में आ गया। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य की ओर से कई अधिकारियों का वेतन रोकने के बाद विभाग ने तेजी दिखाते हुए करीब दो हजार भवनों को कुर्की का नोटिस भेजा है। हालांकि अभी इसका नतीजा सामने नहीं आया है।