खरमास समाप्त: इस दिन से बजेगी शहनाई...जनवरी के आगे वाले महीनों में होने वाली शादियों की जान लें सही डेट
कानपुर, अमृत विचार। सूर्य का धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त हो गया। मकर में सूर्य के प्रवेश करते ही सूर्य का उत्तरायण माना जाता है और सूर्य के उत्तरायण से ही विवाह कार्य की पुन: शुरुआत होगी।
पं. मनोज कुमार द्विवेदी ज्योतिषाचार्य ने बताया कि छह महीने का उत्तरायण काल, उत्तरायण का वक्त अलग-अलग प्रकार के धार्मिक मांगलिक कार्यों का विशेष माना जाता है। इस समय में धर्म तथा पुण्य से जुड़े विशिष्ट कार्य किए जाते हैं। 16 जनवरी से पुन: शादियों की शुरुआत हो जाएगी।
(पं. मनोज कुमार द्विवेदी ज्योतिषाचार्य)
वहीं, सात मार्च से होलाष्टक लगने और एक महीने का खरमास 14 मार्च से 13 अप्रैल तक विवाह मुहूर्त नहीं है।
14 अप्रैल से विवाह मुहूर्त प्रारंभ होंगे। 12 जून से गुरु अस्त हो जाएंगे। फिर 4 महीने का चातुर्मास होगा। इस दौरान विवाह मुहूर्त नहीं होते हैं। 2 फरवरी बसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त सबसे ज्यादा विवाह होंगे।
जनवरी माह में 16, 18, 19, 20, 21, 22, 24, 26 व 27 तारीख।
फरवरी माह में 2, 3, 4, 7, 8, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 20, 21, 23, 25 व 26 तारीख।
मार्च माह में 1, 2, 3 व 6 तारीख।
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