मुरादाबाद : मार्च तक स्मार्ट सिटी की लंबित परियोजनाओं के पूरा होने में संशय

अभी भी 127 करोड़ की स्मार्ट रोड नेटवर्क, 69.04 करोड़ रुपये की रेट्रोफिटिंग ऑफ ओल्ड मार्केट एरिया सहित पांच परियोजनाएं हैं लंबित

मुरादाबाद : मार्च तक स्मार्ट सिटी की लंबित परियोजनाओं के पूरा होने में संशय

37 में से 32 हो चुकी है पूरी, स्ट्रेंथनिंग आफ मेटल वर्क आदि का कार्य भी अधूरा, कार्यदायी संस्थाओं की सुस्ती भी योजनाओं के लंबित होने का बनी प्रमुख कारण

मुरादाबाद, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी की लंबित परियोजनाओं के मार्च तक पूरा होने में संशय है। अभी भी 127 करोड़ की स्मार्ट रोड नेटवर्क, 69.04 करोड़ रुपये लागत की रेट्रोफिटिंग ऑफ ओल्ड मार्केट एरिया सहित पांच परियोजना अधर में है।

पांच साल में भी महानगर में स्मार्ट सिटी की सभी परियोजनाएं मूर्त रूप नहीं ले पाईं। अभी भी पांच परियोजनाओं का काम अधूरा है। जीएमडी, इम्पीरियल रोड आदि क्षेत्र में 127 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट रोड नेटवर्क का काम अधर में है। अतिक्रमण इसमें बाधक बना है। हालांकि कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से कार्य में शिथिलता भी भारी पड़ी। इससे समय से परियोजनाएं अपने मुकाम पर नहीं पहुंच पाईं। वहीं 69.04 करोड़ रुपये लागत की रेट्रोफिटिंग ऑफ ओल्ड मार्केट एरिया का काम भी पूरा नहीं हुआ है। हालांकि अधिकारी इसे दिसंबर के अंत या जनवरी के पहले दूसरे सप्ताह तक पूरा कराने की बात कर रहे थे लेकिन, अब तक अतिक्रमण पर रार बना है। अब बुधवार से निगम की जेसीबी चलेगी। इसके अलावा स्ट्रेथनिंग आफ हैंडीक्राफ्ट मेटल वर्क सहित तीन अन्य परियोजना का काम भी अधूरा है।

दोनों परियोजनाएं अतिशीघ्र पूरी हो जाएंगी
स्मार्ट सिटी की लंबित सभी परियोजनाओं को मार्च तक पूरा करा लिया जाएगा। स्मार्ट रोड नेटवर्क और रेट्रोफिटिंग आफ ओल्ड मार्केट एरिया में अतिक्रमण बाधक बना है। इसके हटते ही दोनों परियोजनाएं अतिशीघ्र पूरी हो जाएंगी। एके मित्तल, मुख्य अभियंता एवं महाप्रबंधक तकनीकी स्मार्ट सिटी

स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं की देखरेख में हो रही लापरवाही
कांठ रोड पर सेवायोजन कार्यालय के पास वायु गुणवत्ता मापने के लिए लगा डिजिटल मानीटर अक्सर रहता है खराब महानगर में वायु गुणवत्ता का स्तर मापने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से से 10 स्थानों पर वायु गुणवत्ता मानक स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इन जगहों पर गुणवत्ता देखने के लिए डिजिटल मानीटर लगा है। लेकिन, इनकी देखरेख में ढिलाई से कई मानीटर खराब होने से समस्या होती है। परियोजनाओं की निगरानी के लिए कंपनी के प्रतिनिधियों के अलावा स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को ध्यान देना होगा। महानगर में जिगर कॉलोनी, कांठ रोड पर सेवायोजन कार्यालय के पास, दिल्ली रोड पर हर्बल पार्क क्षेत्र, कांशीराम नगर सहित 10 स्थानों पर स्मार्ट सिटी की ओर से वायु प्रदूषण का स्तर मापने के लिए डिजिटल मानीटर लगाया गया है। लेकिन इनकी मानीटरिंग खुद कंपनी व स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से उचित तरीके से न होने से खराब पड़े रहते हैं। कांठ रोड पर सेवायोजन कार्यालय पर लगा डिजिटल मानीटर पर डिस्पले न दिखने से वायु गुणवत्ता का स्तर पता नहीं चलता है।

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