अयोध्या: झूठी निकली सामूहिक दुष्कर्म की बात, मंदिर के पास बेहोश मिली थी छात्रा, जानें पूरा मामला

अयोध्या: झूठी निकली सामूहिक दुष्कर्म की बात, मंदिर के पास बेहोश मिली थी छात्रा, जानें पूरा मामला

अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या शहर के एक निजी नर्सिंग होम की जीएनएम की छात्रा ने सोमवार की सुबह तीन लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। पुलिस ने केस दर्ज कर जब जांच की तो आरोप झूठा पाया गया। इसके बाद छात्रा ने बताया कि उसके साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है, उसने तीनों को फर्जी फंसाने के लिए षडयंत्र रचा। उसने मजिस्ट्रेट के सामने बयान में भी सच्चाई बताई।  

रविवार की रात करीब 10 बजे रौनाही थाना क्षेत्र के अर्थर गांव में स्थित काली मां के मंदिर के पास सड़क किनारे 22 वर्षीय एक युवती बेहोश मिली। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पीआरवी ने उसे सीएचसी सोहावल पहुंचाया था। सोमवार को होश में आने पर उसने पुलिस को बताया कि वह गोंडा जनपद के एक गांव की निवासी है। वह अयोध्या शहर में एक निजी नर्सिंग होम में जीएनएम की छात्रा है।

बताया कि दो माह पहले उसकी मुलाकात अर्पित दुबे निवासी बनवीरपुर थाना कैंट से हुई, उसने मुझे नौकरी दिलाने का वादा किया था। रविवार को उसने मुझे बुलाया था, सुबह करीब 11 बजे वह सहादतगंज पहुंची। तो वहां अर्पित के साथ उसके दो दोस्त कल्लू तिवारी ऊर्फ उत्तम निवासी तेंदुआ माफी कोतवाली बीकापुर व सुनील जायसवाल ऊर्फ नेता निवासी ग्राम गोपालपुर थाना पूराकलंदर मौजूद थे।

तीनों ने उसे एक काली रंग की एसयूवी में बैठाया व खाने के लिए समोसा व कोल्ड ड्रिंक दी। इसे खाने के बाद उसे चक्कर आने लगा। इसके बाद अर्पित व कल्लू ने बारी बारी उससे दुष्कर्म किया, जबकि नेता गाड़ी चला रहा था। देर शाम उन्होंने मुझे कहीं उतार दिया। रौनाही थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीनों के खिलाफ केस दर्जकर मामले की जांच शुरू की थी।

आरोप निकला झूठा, फंसाने के लिए रची साजिश

छात्रा द्वारा बार बार बयान बदलने व मेडिकल कराने से इन्कार करने पर पुलिस को इसमें साजिश की बू आने लगी। एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि घटना की जब जांच की गई तो सीसीटीवी में कही आरोपी व काले रंग की कार नहीं देखी गई। सर्विलांस सेल के माध्यम से तीनों आरोपियों की लोकेशन भी घटनास्थल पर नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने छात्रा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई कबूल कर ली।

उसने बताया कि अर्पित ने उसे एक जमीन देने की बात कही थी लेकिन बाद में वह मुकर गया। उसने किसी के बहकावे में आकर उसे व उसके साथियों को दुष्कर्म के फर्जी मामले में फंसाने की साजिश रची। उसने शाम को मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में भी स्वीकार किया कि उसके साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि मामला फर्जी साबित होने के बाद अब छात्रा के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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