बाराबंकी: मनरेगा में धांधली नहीं ले रहा थमने का नाम, मजदूरी बढ़ाने की आड़ में चल रहा खेल
देवा/बाराबंकी, अमृत विचार। विकास खण्ड देवा क्षेत्र में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में धांधली थमने का नाम नहीं ले रही। ग्राम प्रधान और सचिव गांव के कार्य को ठेके पर करवाकर कई गुना अधिक मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कर मनरेगा योजना के अंतर्गत सरकारी रुपए का बंदरबांट करने में लगे हैं। लेकिन जिम्मेदार सब कुछ जानते हुए मौन हैं।
विकास खण्ड देवा की ग्राम पंचायत इब्राहिमपुर कला में गाटा संख्या 4 में खजुहा तालाब की खुदाई का कार्य किया जा रहा है। बीती 9 जनवरी को इस कार्य पर स्वीकृत 5 मस्टर रोल में मस्टर रोल संख्या 7665 पर नौ, 7666 पर दस, 7667 पर नौ, 7668 पर दस और 7669 पर सात मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर दर्ज की गई। कार्य की हकीकत जानने जब अमृत विचार की टीम जब इब्राहिमपुर कला गांव पहुंची। तो सारा खेल सामने आ गया।
गांव के बाहर कुछ मजदूर कार्य करके वापस आ रहे थे। जब इन लोगों से बात की गई तो मुर्तजानगर के निवासी दिनेश कुमार ने बताया कि ठंडी होने के कारण दो दिन से काम बंद था। अब काम चालू हुआ है। जिसमें केवल नौ मजदूर आए थे। इब्राहिमपुर कला निवासी बाबूलाल ने बताया कि दो मजदूरों द्वारा दस फीट लंबी और दस फीट चौड़ी तथा एक फिट गहरी मिट्टी निकलने के 600 रुपए मिलते हैं। जो जितना ज्यादा काम करे उसे उतना ज्यादा पैसा मिलता है।
जिस सम्बन्ध में जब ग्राम प्रधान रामकली को फोन मिलाया गया तो फोन उनके पति संतराम ने उठाया और बताया कि तालाब में 45 मजदूर ही काम कर रहे थे। सब मजदूर अलग-अलग रास्तों से अपने घर चले गए, जो लोग रास्ते में मिले थे वह दूसरे गांव के थे। मजदूरों को निर्धारित जगह नाप कर दे दी जाती है। जिसकी वह खुदाई करते हैं और दो लोगों पर निर्धारित मिट्टी खोदने के बाद उन्हें 300 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा दिया जाता है। एक खंती पर 600 रुपए का भुगतान किया जाता है। जबकि मनरेगा से मजदूरी तो 237 रुपए ही मिलती है। मजदूरों की कमी है, जिसके चलते उन्हें निर्धारित रेट से ज्यादा पैसा दिया जाता है।
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान निर्धारित मजदूरी से प्रति व्यक्ति 63 रुपए अधिक देते हैं और इसके बाद कई गुना अधिक मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कर सरकारी धन का बंदरबाट करते हैंl वहीं इस मामले को लेकर डीसी मनरेगा ने कहा कि मनरेगा मजदूरी को लेकर अगर कोई अनियमितता की जा रही है, तो जांच कराकर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।