Kannauj में आरटीई की हकीकत: नामी-गिरामी स्कूल RTE की सूची से गायब, असहाय बच्चों को नहीं मिल पा रहा लाभ

Kannauj में आरटीई की हकीकत: नामी-गिरामी स्कूल RTE की सूची से गायब, असहाय बच्चों को नहीं मिल पा रहा लाभ

कन्नौज, अमृत विचार। सरकार के दावे भले ही लोक-लुभावने हों लेकिन हकीकत कुछ और ही है। यूं तो बेसिक शिक्षा महकमे की कृपा से सैकड़ों कॉन्वेंट स्कूल फलफूल रहे हैं लेकिन आरटीई के तहत कोटा गायब है। कई विद्यालय तो सूची में हैं भी नहीं जबकि विभाग ने उनको मान्यता दे रखी है। इसके चलते गरीब व असहाय बच्चों को आरटीई का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 

बेसिक शिक्षा विभाग का दावा है कि जनपद के 407 कॉन्वेंट स्कूलों में निशुल्क बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत सात हजार से अधिक बच्चों को प्रवेश दिए जा सकते हैं। खास बात यह है कि इस सूची में कई नामीगिरामी विद्यालय या तो गायब हैं या उसमें सीटों की संख्या में ही खेल कर दिया गया है। 

कहीं एक या दो-तीन सीटें ही 25 फीसदी कोटे के तहत आरक्षित हैं। यह देखकर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है। इतना ही नहीं ज्यादातर विद्यालयों में प्री-प्राइमरी के बच्चे पढ़ते हैं लेकिन जब बात 25 फीसदी सीटों पर बच्चों को निशुल्क पढ़ाने की आती है तो पोर्टल पर यह नहीं दिखता है। 19 जनवरी तक आरटीई के तहत दूसरे चरण की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में कोई खास आवेदन नहीं आए हैं। 

इन विद्यालयों में गरीब बच्चों के लिए एक भी सीट नहीं 

जो सूची बेसिक शिक्षा महकमे की ओर से जारी हुई है उसमें कई ऐसे विद्यालय हैं जिसमें गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी सीट नहीं दिख रही है। इसमें तारा मेमोरियल मान्टेसरी स्कूल, सरस्वती बाल विद्या मंदिर, एसजीएस सदन उमरीपुर, राव बलवीर सिंह रनवीर सिंह पब्लिक स्कूल सौरिख, संत बलराम दास लक्ष्मण दास मूर्ति पीएस सकरावा, नेशनल पब्लिक स्कूल नजरापुर, श्रीडीएल मेमोरियल पब्लिक स्कूल सौंसरी, विवेकानंद एग्लोवेदिक पब्लिक स्कूल गंगधरापुर शामिल हैं।

कई विद्यालयों ने सीटों को बनाया मजाक

निशुल्क बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम को कई स्कूलों ने मजाक बना रखा है तभी तो एक-दो सीटों पर ही प्रवेश का कोटा दिखाया है। इसमें कितनी सच्चाई है यह तो विभाग या शिक्षण संस्थाएं ही जानतीं होंगी। सरस्वती शिशु मंदिर कानूनगोयान में दो, सिटी प्राइमरी स्कूल में दो, राजवती बाल विद्या मंदिर पायकापुर्वा हसेरन में दो, रामशरण भगवतशरण शिक्षण संस्थान पीएस मधुपुर में एक, मालती देवी पब्लिक स्कूल मेमोरियल प्राइमरी स्कूल बौद्धनगर तिर्वा में एक, आरएस पब्लिक स्कूल गांधीनगर तिर्वा में तीन, एपीएस हायर सेकेंड्री स्कूल हरनाथ सिंह ठठिया में दो, सुज्जा देवी लाला छोटेलाल पीएस फगुहा में एक और जागरण पब्लिक स्कूल में आठ सीटें ही दुर्बल व निराश्रितों के लिए बताई गईं हैं।

यह भी पढ़ें- Chitrakoot: तीन गांजा तस्करों को मिली 12 साल कैद की सजा, गांजे की 17 बोरियों के साथ पकड़े गए थे