भ्रष्टाचार के मामले में ग्राम विकास अधिकारी निलंबित, दो महिला कर्मचारी और तकनीकी सहायक की सेवा समाप्त
बहराइच, अमृत विचार। जनपद के ग्राम पंचायत शिवपुर मोहनिया में बिना मनरेगा कार्य कराए ही तीन लाख 15 हजार रुपये से अधिक का भुगतान करा लिया गया। इसकी जांच डीएम ने सीडीओ से कराई तो भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ। जिस पर दो महिला मेट और तकनीकी सहायक की सेवा समाप्त कर दी गई है। ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं, तकनीकी सहायक और ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का केस थाने में दर्ज कराया गया है। निकाले गए रुपये की रिकवरी भी शुरू कर दी गई है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने विकास खण्ड नवाबगंज के ग्राम पंचायत शिवपुर मोहरनिया में मनरेगा योजना के तहत हुए मिट्टी पटाई कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिसमें कागज पर ग्राम पंचायत-शिवपुर मोहरनिया में पिल्लू के खेत से मेलाराम के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य के लिए 5 दिसम्बर से 18 दिसम्बर तक 22 श्रमिकों को 14 दिवस का रोजगार देते हुए रुपये 72,996 और 19 दिसम्बर से 1 जनवरी 2025 तक 74 श्रमिकों को 14 दिवस का रोजगार देते हुए रुपये 2,42,451 का भुगतान किया गया। मनरेगा के तहत कुल धनराशि 3,15,447 रुपये व्यय कर दिया गया। जबकि स्थलीय निरीक्षण के समय कार्य होना नहीं पाया गया।
इसी कार्य पर 4 जनवरी से 17 जनवरी 2025 तक 59 श्रमिकों का 14 दिवस का मस्टररोल जारी कराया गया है। जिस पर महिला मेट सुमन ने दोबारा से शासकीय धन के दुरुपयोग के उद्देश्य से फर्जी तरीके से एनएमएमएस पर फोटो भी अपलोड की गई है। निरीक्षण में शासकीय धन 3,15,447 रुपये का फर्जीवाड़ा मिला। जिस पर ग्राम विकास अधिकारी रोहित कुमार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही साथ महिला कर्मचारी सुमन और तकनीकी सहायक उपेन्द्रनाथ की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने और ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी व तकनीकी सहायक से समानुपातिक आधार पर कुल शासकीय धन की वसूली करने का निर्देश दिया गया है।
श्यामपुर नदौना में भी हुआ घोटाला
सीडीओ मुकेश चंद्र ने बताया कि ग्राम पंचायत-माधौपुर निदौना में मनरेगा के तहत पहलवान के खेत से जंगल तक मिट्टी पटाई कार्य के निरीक्षण में पाया गया कि 4 जनवरी से 17 जनवरी 2025 तक 90 श्रमिकों के 14 दिवस का मस्टर रोल जारी कर दिया गया। जबकि स्थलीय निरीक्षण के समय कार्य बंद पाया गया। जिससे स्पष्ट है कि महिला मेट परवीन जहां द्वारा बिना कार्य पर श्रमिक नियोजित कर फर्जी तरीके से एनएमएमएस पर फोटो अपलोड की गई है। निरीक्षण में पाया गया कि कार्य पर अभी भुगतान नहीं हुआ है। लेकिन महिला कर्मचारी परवीन जहां द्वारा भुगतान कराए जाने के उद्देश्य से ही फर्जी तरीके से एनएमएमएस पर फोटो अपलोड की गई है। जिसके लिए महिला मेट परवीन की सेवा समाप्त कर दी गई है। यहां भी तकनीकी सहायक उपेन्द्रनाथ ही कार्य को देखते थे।
ग्राम विकास अधिकारी और तकनीकी सहायक पर केस दो ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य में हुए घोटाले को लेकर डीएम मोनिका रानी ने कड़ा रुख अपनाते हुए जहां दो महिला मेट और तकनीकी सहायक की सेवा समाप्त कर दी है, वहीं ग्राम विकास अधिकारी रोहित कुमार को निलंबित कर वीडीओ और तकनीकी सहायक के विरुद्ध रूपईडीहा थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी की तहरीर पर दर्ज कराया है।
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