महंत की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मी निलंबित
रायसेन। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में एक महंत की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में जिला पुलिस अधीक्षक ने पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक पंकज पांडे ने बताया कि महिला थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को कल शाम निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि महगवां स्थित राम जानकी मंदिर के महंत विजय रामदास की मौत के मामले में महिला थाना प्रभारी अपाला सिंह, दो प्रधान आरक्षक दिलीप भदौरिया, रणविजय सिंह और दो कांस्टेबल महेंद्र राजपूत, संजय शाक्य को निलंबित किया गया है। सभी पर हिरासत में महंत की सुरक्षा में लापरवाही का मामला है। इसी बीच कल देर शाम महंत को जल समाधि देकर उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई।
इससे पूर्व महंत के परिजन और शिष्यों ने तीन घंटे तक शव रखकर आक्रोश जताया। बाद में पुलिस की समझाइश पर महंत को भारी पुलिस बल की उपस्थिति में जल समाधि देकर अंतिम विदाई दी। विगत 24 दिसंबर को पुलिस हिरासत में महंत विजय रामदास की मौत हो गई थी। महंत पर एक नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप था।
इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश हुए हैं। जिले के सिलवानी थाना क्षेत्र के महगवां कलां में एक नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में ग्राम के ही राम जानकी मंदिर के महंत विजय रामदास की मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को ही पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। पुलिस महंत को घटना स्थल के मुआयने के लिए लेकर गई थी।
पुलिस का कहना है कि महंत शौचालय जाने का कहकर गए, लेकिन उन्होंने उसी दौरान कीटनाशक पी लिया, जिन्हें अस्पताल लाते समय मौत हो गई। वहीं महंत के समर्थकों ने कुछ लोगों पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। महंत विजय रामदास पर एक नाबालिग ने जनवरी 2024 में मामला दर्ज कराया था ।
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