पहले बसाते गए झुग्गियां, अब पुलिस बल मिलने का इंतजार
ऐशबाग में नगर निगम की आंखों के सामने बस गई अवैध बस्ती
लखनऊ, अमृत विचार: पहले झुग्गियां बसने दीं और जब स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई तो नोटिस देकर जिम्मेदारी पूरी कर ली। नतीजा रस्तोगी इंटर कालेज का पूरा फुटपाथ कब्जा हो गया। अब सड़क पर पक्के चबूतरे बना झुग्गियों को विस्तार दिया जा रहा है। रामनगर की ओर बढ़ रहे कब्जे तो अब पक्के निर्माण का रूप ले चुके हैं। यहां तक कि मूक बधिर कालेज के आसपास के हिस्से तक को नहीं छोड़ा। कबाड़ के गोदाम चल रहे हैं। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि यह लोग कहां से आए हैं, कोई नहीं जानता है। इन बांग्लादेशी परिवारों ने रामलीला के नए बने हिस्से में भी कीलें ठोंकना शुरू कर दी है। उन पर कपड़े फैले हैं। ऐशबाग के रामनगर में नगर निगम की आंखों के सामने अवैध बस्ती बसती चली गई। अतिक्रमण हटाने के लिए अब नगर निगम पुलिस बल मिलने का इंतजार कर रहा है। रामलीला के जिम्मेदार इनकी हरकतों से परेशान हैं तो रामनगर कालोनी वासी सुरक्षा को लेकर चिंता जता चुके हैं। नगर निगम जोन 2 के अंतर्गत यह क्षेत्र आता है।
कई बांग्लादेशी परिवार खुद को बताते हैं नगर निगम कर्मचारी
रामनगर में सड़क, नाले, रामलीला मैदान और रस्तोगी इंटर कॉलेज की जमीन पर अवैध कब्जा करके बसे अधिकांश बांग्लादेशी परिवार हैं। ये खुद को नगर निगम कर्मचारी बताते हैं। इनके परिवार के सदस्य निजी ठेलिया चलाने और कूड़ा बीनने का काम करते हैं। इसका फायदा उठाते हुए अतिक्रमण करते जा रहे हैं। क्षेत्रीय निवासियों का आरोप है कि इनकी नगर निगम और क्षेत्रीय पुलिस से साठगांठ है। इसलिए इनके अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं होती है। इन्हें स्थानीय नेताओं का संरक्षण भी मिल रहा है। दिलचस्प यह है कि पहले दूसरी पार्टी का झंडा उठाने वाले यह लोग अब अपने को सत्ता पक्ष का करीबी बता कब्जेदारी तक बेच रहे हैं।
हम कब्जे हटाने के लिए तैयार हैं, लेकिन पुलिस बल नहीं मिल पा रहा है। कई बार पत्राचार हुआ, फोर्स मिलने का इंतजार है, जैसे ही मिलेगी, कोई भी कब्जा नहीं रहने दिया जाएगा।
-शिल्पा कुमारी, जोनल अधिकारी जोन-2
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