50 हजार रुपए दो...ठीक से होगा इलाज, CMO कार्यालय के बाबू पर फिर लगा घूस लेने का आरोप
राज्य कर के पूर्व संग्रह पर्यवेक्षक के भाई ने लगाया आरोप
लखनऊ, अमृत विचार: सीएमओ कार्यालय में तैनात बाबू पर एक बार फिर से घूस लेने का आरोप लगा है। इस बार राज्य कर के पूर्व संग्रह पर्यवेक्षक के भाई ने चिकित्सा प्रतिपूर्ति के नाम पर घूस लेने का आरोप लगाते हुए सीएमओ से शिकायत की है। उसका कहना है घूस की पूरी रकम न देने पर बाबू डेढ़ साल तक दौड़ाता रहा। उसने फाइल में भी खेल कर दिया है। इससे प्रतिपूर्ति अटक गई।
आरोपी बाबू की इससे पहले भी चिकित्सा प्रतिपूर्ति के नाम पर 10 फीसदी घूस मांगने की शिकायत हो चुकी है। जिस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
इंदिरा नगर निवासी पीएन सिंह के मुताबिक उनका भाई राज्यकर विभाग में संग्रह पर्यवेक्षक था। उनके इलाज में खर्च हुई धनराशि करीब 9 लाख रुपये की प्रतिपूर्ति पाने के लिए पीएन सिंह ने सीएमओ कार्यालय के बाबू से मुलाकात की। पीड़ित भाई का आरोप है कि डेढ़ साल से आरोपी बाबू चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए उन्हें दौड़ाता रहा। प्रतिपूर्ति दावा निस्तारण के नाम पर आरोपी बाबू ने 50 हजार रुपये की घूस मांगी, जिसके एवज में उन्होंने मजबूरी में 30 हजार रुपये आरोपी को दिए। पूरी रकम न मिलने पर आरोपी बाबू ने प्रतिपूर्ति की फाइल में अड़ंगा लगा दिया। इसी सितंबर 2023 में उनके भाई की मृत्यु भी हो गई। कई दिन से दौड़ भाग कर रहे पीएन सिंह का सब्र का बांध आखिरकार टूट गया। उन्होंने सीएमओ डॉ. एनबी सिंह से आरोपी बाबू की शिकायत की। आरोप है सीएमओ ने आरोपी बाबू के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं की। न ही कोई जांच कमेटी गठित की। कई शिकायतों के बाद भी आज तक आरोपी बाबू सीएमओ कार्यालय में कार्यरत है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने आरोपी बाबू की पहुंच के आगे आज तक जांच कमेटी नहीं गठित की। सिर्फ पटल परिवर्तन का मौखिक आदेश दिया है।
पहले भी हुई हैं शिकायतें
इससे पहले भी इसी दिसंबर में सीएमओ डॉ. एनबी सिंह के सामने कृषि विभाग में उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी पद से रिटायर शरद कुमार श्रीवास्तव चिकित्सा प्रतिपूर्ति के दावा निस्तारण के लिए फफक कर रो पड़े थे। बुजुर्ग शरद ने सीएमओ को बताया कि आरोपी बाबू ने 75 हजार रुपये चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए 10 फीसदी घूस मांगी। न देने पर वह उनको सीएमओ कार्यालय बुलाकर परेशान करने लगा। ऐसे ही सरकारी विभाग से रिटायर कर्मचारी सुरेंद्र ने भी इसी बाबू पर चिकित्सा प्रतिपूर्ति के 95 हजार रुपये बिल को पास करने के लिए कई बार दौड़ लगवाई। साथ ही 10 फीसदी घूस मांगी।
चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए घूस मांगने की शिकायत मिली हैं। आरोपी बाबू के खिलाफ जांच करवाई जाएगी। फिलहाल उसके पटल में परिवर्तन किया गया है।
-डॉ. एनबी सिंह, सीएमओ
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