पीलीभीत: मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तानी आतंकियों के परिवार वालों के भी होंगे बयान
मजिस्ट्रियल जांच के दौरान मिलेगा 15 दिन का समय
पीलीभीत, अमृत विचार। पंजाब और पीलीभीत पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम से हुई मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तानी आतंकियों के परिवार वालों का भी मजिस्ट्रियल जांच में बयान दर्ज किया जाएगा। उन्हें पंद्रह दिन का समय मिलेगा। इस समयावधि में वह अपने बयान जांच अधिकारी को दर्ज करा सकते हैं। आतंकियों के परिवार को इसकी सूचना पहुंचाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट ने एसपी पीलीभीत को पत्र लिखा है।
बता दें कि 18 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जनपद की कलानौर थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी बख्शीवाल पर हैंडग्रेनेड से हमला किया गया था। इस घटना के बाद पंजाब पुलिस हैंड ग्रेनेड से हमला करने वालों को ट्रेस करते हुए पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में पहुंची थी। यहां पीलीभीत पुलिस को जानकारी दी गई। जिसके बाद पीलीभीत और पंजाब पुलिस की टीम संयुक्त रुप से हैंड ग्रेनेड से पंजाब की पुलिस चौकी पर हमला करने वाले आतंकियों का पता लगाने में जुट गई थी। 23 दिसंबर की सुबह पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र में चोरी की बाइक पर सवार होकर जा रहे तीनों आतंकियों से पुलिस की मुठभेड़ हुई और तीनों मार गिराए गए थे। डीएम के निर्देश पर पुलिस मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश किए जा चुके हैं।
सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर जांच अधिकारी बनाए गए हैं। इसे लेकर सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से नोटिस जारी किया जा चुका है। जिसमें 28 दिसंबर से तीन जनवरी तक कोई भी मुठभेड़ से संबंधित बयान सिटी मजिस्ट्रेट को दर्ज करा सकता है। इसके अलावा इस मजिस्ट्रियल जांच में मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के परिवार के भी बयान दर्ज किए जाएंगे।
इसे लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, जांच के लिए मुठभेड़ से संबंधित अभिलेख भी स्वास्थ्य और पुलिस विभाग से मांगे गए हैं।जिसमें एफआईआर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि शामिल हैं। सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर ने बताया कि पूरनपुर क्षेत्र में हुए एनकाउंटर को लेकर मजिस्ट्रियल जांच की जा रही है। मुठभेड़ में मारे गए मृतकों के परिवार का भी बयान होना है। इसके लिए एसपी पीलीभीत को पत्र लिखा गया है।