पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दी गई श्रृद्धांजलि, आर्थिक सुधारों का जनक बताकर किया गया याद

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दी गई श्रृद्धांजलि, आर्थिक सुधारों का जनक बताकर किया गया याद

विशेष संवाददाता, अमृत विचार। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शुक्रवार को शहर में समाज के सभी वर्गों और राजनीतिक दलों ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें महान अर्थशास्त्री तथा देश में आर्थिक सुधारों का जनक बताया। उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए गैर सरकारी संगठनों ने कहा कि देश में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। शहर कांग्रेस महामंत्री दिलीप शुक्ला ने बताया कि तिलक हाल में शनिवार को श्रृद्धांजलि सभा में कांग्रेसजनों द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री को याद किया जाएगा। 

डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर सपा कार्यालय नवीन मार्केट में शुक्रवार को हुई शोक सभा में सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद की अगुवाई में मौन रखकर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। सभा में कहा गया कि डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देश को बड़ी क्षति हुई है। 

सभा में प्रदेश सचिव केके शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिन्टू, महासचिव संजय सिंह बंटी सेंगर,नंदलाल जयसवाल, आंनद शुक्ला, हाजी अयूब आलम, रजत मिश्रा, शबाब अबरार, जस्वेन्द्र प्रताप निषाद, इशरत इराकी, मुमताज मंसूरी, अर्पित त्रिवेदी, दीपक खोटे, शादाब आलम, अनूप यादव, अरमान खान, नवीन जय, रमेश यादव उपस्थित रहे।
 
अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करके नया रास्ता दिखाने के लिए डॉ. मनमोहन सिंह का देश सदैव ऋणी रहेगा। वह बेहद विनम्र और बेहतरीन इंसान थे। हमेशा अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ खुलकर चर्चा करते थे और कनिष्ठ साथियों को तेजी से काम करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। 

कानपुर के विकास में उनकी काफी रुचि थी। यहां फर्टिलाइजर कारखाना चलाने के लिए उन्होंने प्रस्ताव को मंजूरी देने में जरा भी देर नहीं लगाई थी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि दुनिया में डॉ. मनमोहन सिंह जैसे यदि पांच नेता होते, तो यह एक अलग दुनिया होती। - श्रीप्रकाश जायसवाल, पूर्व कोयला मंत्री 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जीवन सादगी, मृदुभाषी और कर्तव्यपरायणता का प्रतीक था। उनका जाना न केवल राजनीति बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। देश उन्हें आर्थिक सुधारों के लिए याद रखेगा। उनके परिवारजनों और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। डॉ. मनमोहन सिंह जी की आत्मा को शांति मिले। - रमेश अवस्थी, सांसद भाजपा 

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन अत्यंत दुःखद समाचार है। वह दूरदर्शी नेता थे। दो बार अल्पमत की कांग्रेस सरकार का बखूबी नेतृत्व किया। उनकी पुण्य आत्मा को ईश्वर श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। - प्रकाश पाल, क्षेत्र अध्यक्ष भाजपा कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र 

अत्यंत मृदुभाषी, बड़े विद्वान और बुद्धिमान लेकिन दृढ़ निश्चयी डॉ. मनमोहन सिंह उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा थे, जिनके लिए उन्होंने 1991 में आर्थिक उदारीकरण के साथ अवसरों के बड़े द्वार खोले थे। डॉ. मनमोहन सिंह को  पर्दे के पीछे रहकर काम करने की अपनी खास शैली के कारण कई बार आलोचनाएं भी झेलनी पड़ीं, लेकिन राष्ट्र निर्माण के पथ पर समर्पण के चलते उन्होंने कभी इस सबकी परवाह नहीं की। - मदनमोहन शुक्ला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता 

डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में सूचना का अधिकार, किसानों की कर्जमाफी, काम की गारंटी, शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, परमाणु समझौता, आर्थिक मंदी से देश को बचाने का काम करके देश की विकास यात्रा को नए आयाम दिए और इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गए। - डॉ.पूर्णिमा तिवारी, विभागाध्यक्ष-कला, डीएवी कॉलेज तथा अध्यक्ष चिकीतुषी संस्था

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