महाकुंभ 2025: धर्म के साथ राजनीतिक एजेंडे को धार देंगे संघ-विहिप

महाकुंभ 2025: धर्म के साथ राजनीतिक एजेंडे को धार देंगे संघ-विहिप

धीरेंद्र सिंह, लखनऊ, अमृत विचार। जनआस्था के महासमुद्र महाकुंभ में आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद साधु-संतों के साथ मिलकर धार्मिकता के साथ भाजपा को मजबूती देने के लिए राजनीतिक एजेंडे को भी धार देगा। इसमें प्रमुख रूप से बांग्लादेश में हिंदू उत्पीड़न पर चुप्प रहने वालों पर कड़ा प्रहार होगा। हिंदुओं को ऐसे लोगों से सचेत रहने और एकजुट बहिष्कार का भी एलान किया जा सकता है। विहिप के 13 जनवरी से 28 फरवरी तक के सभी कार्यक्रममहाकुंभ में हिंदुत्व की नई लहर पैदा करते दिखेंगें।

महाकुंभ में लंबे समय से विहिप ही हिंदुत्व के मुद्दे पर अगुवाई करता आ रहा है। इसका मातृ संगठन संघ समेत सभी अनुषांगिक संगठन बढ़-चढ़कर न सिर्फ भागीदारी, बल्कि अयोध्या-मथुरा-काशी हो या कांग्रेस का पराभव और भाजपा का शून्य से शिखर तक का सफर, सभी रणनीतियां कुंभ की देन रहीं हैं। इस बार का मुद्दा अयोध्या के बाद मथुरा-काशी से ज्यादा बांग्लादेश में हिंदुओं का सरेआम नरसंहार, पूजा स्थलों में तोड़फोड़, साधु-संतों का सरकार की ओर से उत्पीड़न है। ऐसे दौर में भी तमाम राजनीतिक दलों और नेताओं की चुप्पी पर विहिप खुलकर निशाना साधेगी। मोदी सरकार को सख्त कदम उठाने का संदेश देने के साथ उनके विकल्प पर भी रणनीति बनेगी।

सूत्रों का कहना है कि धर्मांतरण, लव जेहाद, गो हत्या व दक्षिण भारत में मंदिरों को सरकारी अधिगृहण से मुक्ति के साथ प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य कस्बों में मिल रहे प्राचीन मंदिरों पर मुसलमानों के कब्जे को हर हाल में मुक्त कराने का भी विहिप का पुरजोर एजेंडा है, हालांकि ऐसे मामलों में संघ प्रमुख संजीदा बयान दे रहे हैं।

मातृशक्ति की गर्जना से विहिप की होगी शुरूआत
विहिप का कार्यक्रम 19 जनवरी को मातृशक्ति की गर्जना से शुरू होगा। इस दिन मेरठ, लखनऊ, पटना क्षेत्र का मातृशक्ति सम्मेलन होगा। 24 जनवरी को केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक, अगले दिन 25 को प्रथम बेला में साध्वी सम्मेलन, द्वितीय बेला में संत सम्मेलन, 27 जनवरी को युवा संत सम्मेलन, 6 फरवरी को मंत्रियों एवं संगठन मंत्रियों की बैठक, 7 से 9 फरवरी तक प्रन्यासी मंडल की बैठक, 10 फरवरी को विमर्श कार्यशाला, 10-11 फरवरी को विभाग मंत्री और संगठन मंत्रियों का अभ्यास वर्ग, 11-12 फरवरी को बजरंग दल की अखिल भारतीय बैठक, 12 को ही विभाग संगठन मंत्री अभ्यास वर्ग, 15-16 फरवरी को धर्म प्रसार अखिल भारतीय बैठक, 15-16 व 17 फरवरी को मातृशक्ति, दुर्गा वाहिनी की अखिल भारतीय बैठक, 17 को ही धर्म प्रसार संत बैठक, 19 फरवरी को गोरक्षा अखिल भारतीय बैठक व 20 फरवरी को गोरक्षा सम्मेलन होगा।

दंत कुंभ का नया प्रयोग चलेगा 48 दिन
महाकुंभ में विश्व हिंदू परिषद के शिविर में इसबार दंत कुंभ का नया प्रयोग किया जाएगा। इसमें नामचीन दंत रोग विशेषज्ञ श्रद्धालुओं के दांतों का मुफ्त इलाज और दांतों की बीमारियों को लेकर जागरूक भी करेंगे। इसका आयोजन पहले दिन 13 जनवरी से शुरू होकर मेले की समाप्ति के दो दिन बाद 28 फरवरी तक चलेगा।

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