कासगंज: नियम कायदे ताक पर...अमांपुर में भेड़ बकरियों की तरह टेंपो में भरी जा रहीं सवारियां
कार्रवाई न होने से ऑटो चालक सड़क सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं
अमांपुर, अमृत विचार। कस्बा में पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा और मार्ग हादसा रोकने के लिए चलाए जाने वाले अभियान की टेंपो चालक धज्जियां उड़ा रहे हैं। टेंपो चालकों की सबसे ज्यादा मनमानी अमांपुर-कासगंज रोड पर है। जहां वे आधी सड़क पर कब्जा किए रहते है। क्षमता से अधिक सवारियों को भरकर सड़कों पर फार्राटा भर रहे हैं। जिम्मेदार जान बूझकर अनजान बने हुए हैं। उन्हें बड़े हादसे का इंतजार है।
कस्बा के प्रमुख मार्गों पर टेंपो चालक क्षमता से अधिक सवारियां को बैठाकर फर्राटा भर रहे हैं। इसके बावजूद न तो परिवहन विभाग ध्यान दे रहा है और न ही पुलिस। जिससे बड़े हादसों की आशंका बनी रहती है। प्रसाशन का ध्यान इस ओर नहीं है। कार्रवाई न होने से खुलेआम नियमों की टेंपो चालक धज्जियां उड़ा रहे हैं। कस्बा से आसपास के गांवों में जाने के लिए टेंपो यातायात के प्रमुख आसान साधन बन चुका है। काफी संख्या में इनका संचालन अलग-अलग गंतव्यों के लिए हो रहा है। प्रत्येक रूट पर ओवरलोड खुलेआम फर्राटा भर रहे है। लेकिन जिम्मेदार चुप है। कस्बे के कासगंज रोड, एटा रोड, सहावर रोड, मोहनपुर रोड, सिढ़पुरा रोड से अलग अलग रूटों पर टेंपो का संचालन हो रहा है। ये टेंपो चालक अधिक कमाई के लालच में यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं दे रहे हैं। टेंपो में नियमानुसार चालक सहित चार लोगों के बैठने की क्षमता होती है। लेकिन टेंपो चालक 10 से 12 यात्रियों को बैठाकर गंतव्य के लिए जा रहे हैं। क्षमता से अधिक यात्रियों के बैठने से हाथ-पैर सहित शरीर के अन्य हिस्से टेंपो के बाहर ही रहते है। इसके चलते दूसरे वाहनों के बगल से गुजरते समय चोट लगने की आशंका बनी रहती है। यही नहीं टेपों चालक अपनी सीट पर यात्री बैठाने के लालच में स्वयं ठीक से नहीं बैठते हैं। फिर भी पुलिस की नजर इन पर नहीं पड़ रही है।