कासगंज: तीर्थनगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब तो टूट गए सारे रिकॉर्ड
देश व प्रदेश से परिक्रमा में शामिल होने आए साधु संत व श्रद्धालु

कासगंज, अमृत विचार। बुधवार को भगवान की धरा तीर्थ नगरी में सारे रिकॉर्ड टूट गए। आस्था के संगम में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्ति की राह पर तेजी के साथ कदम आगे बढ़े। प्रदेश से ही नहीं बल्कि देश के कोने कोने से साधु संत और श्रद्धालु तीर्थ नगरी में उमड़ पड़े। पूरी तीर्थ नगरी में भीड़ ही भीड़ दिखाई दे रही थी। पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का आंकलन किया गया है। श्रद्धालुओं में यह उत्साह देखकर आयोजकों में उमंग दिखाई दी।
बुधवार सुबह से ही आयोजक परिक्रमा की तैयारी में लग गए। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ब्रज प्रांत प्रचारक डा. हरीश रौतेला, भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी, आरएसएस के विभाग संघ चालक उमाशंकर शर्मा, धर्म जागरण मंच के प्रांत प्रमुख दिनेश लवानिया, विधायक देवेंद्र राजपूत, अमांपुर विधायक हरिओम वर्मा, पंचकोसीय परिक्रमा यात्रा के संयोजक डा. राधाकृष्ण दीक्षित, वराह पीठाधीश्वर एवं काशी के महामंडलेश्वर आशुतोषानंद महाराज के अलावा बड़ी संख्या में साधू संत और स्वयं सेवक विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना के साथ परिक्रमा की तैयारियों जुटे। जैसे ही धार्मिक अनुष्ठानों के पर्यटन आवास के बाद पूजा अर्चना के वराह मंदिर पर आयोजक पहुंचे और पूजा की फिर क्या था गंगा स्नान कर श्रद्धालु परिक्राम मार्ग की यात्रा की ओर बढ़ गए। हर कदम पर भीड़ ही भीड़ थी। भक्ति की राह पर आस्था के कदम तेजी से आगे बढ़ रहे थे। हर किसी के जुबां पर जयकारे थे। लोग पूरी तरह झूम रहे थे। भीड़ इस कदर उमड़ पड़ी थी परिक्रमा मार्ग की संकरी गलियों में धक्का मुक्की हुई। जिस हिसाब से आयोजकों और प्रशासनिक तैयारियां के आधार पर आंकलन किया गया उससे स्पष्ट हुआ कि दस लाख से अधिक श्रद्धालु तीर्थ नगरी सोरों में पहुंचे। पूरा ही माहौल भक्ति में डूबे हुआ था।
ले रहे थे एक दूसरे का परिचय
परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालु दूरदराज से आए थे। राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली, उत्तराखंड, मथुरा, हरियाणा सहित देश के कोने कोने से पहुंचे श्रद्धालु परिक्रमा मार्ग पर एक दूसरे का परिचय भी ले रहे थे। तब आपस में पता चला कि दूरदूर से श्रद्धालु इस परिक्रमा में शामिल होने आए।
समाजसेवियों ने स्टॉल लगाकर की सेवा
तीर्थ नगरी सोरों की सामाजिक सद्भाव पंचकोसीय परिक्रमा में पहुंचे श्रद्धालुओं की सेवा को समाजसेवी आगे आए। समाज सेवियों के सेवा भाव की लोगों ने जमकर तारीफ की। वहीं सोरों के हरिकी पौड़ी स्थित अन्न क्षेत्र लहरा घाट आश्रम में भी साधु संतों ने श्रद्धालुओं के सेवार्थ भंडारा किया। आसपास के जिलों व दूसरे प्रदेशों जैसे राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि के श्रद्धालु पूर्व संध्या मंगलवार को ही पहुंच गए थे। समाज सेवी संगठनों एवं हिंदूवादी संगठनों ने परिक्रमा मार्ग पर, जल का प्याऊ पूड़ी सब्जी, हलवा फल, पकोड़े आदि के स्टाल लगाए। समाज सेवियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
कलावती आयुवेर्दिक कॉलेज ने लगाया शिविर
कलावती आयुर्वेदिक कॉलेज के नेतृत्व में पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया। यहां परिक्राम की राह पर आगे बढ़ रहे श्रद्धालुओं को दवाएं वितरित की गई और उनकी सेवा की। इसके अलावा और भी तमाम समाज सेवी सेवा के लिए आगे आए।