शाहजहापुर: पुलिस की आंख की किरकिरी बन गए काजल और लौंगश्री हत्याकांड
शाहजहांपुर, अमृत विचार: जिले की दो महिलाओं की हत्या राज बनी हुई है। सर्वाधिक चर्चित होने के बावजूद भी इन केसों का खुलासा करने में पुलिस अब तक नाकाम है। बड़े से बड़े अपराधी को ढेर करने वाली यूपी पुलिस पता नहीं क्यों इन हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पा रही है। इंटर की छात्रा काजल और लौंगश्री हत्याकांड पुलिस की आंख की किरकरी बना हुआ है।
पुलिस इन्हें सुलझाने की जितनी कोशिश करती है केस उतने ही उलझते चले जाते हैं। एक केस 11 माह से अनसुलझा है और दूसरे केस को भी दो महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन केसों का खुलासा नहीं हो पा रहा है। यह हाल तब है जब एक केस के खुलासे की कमान एसपी सिटी संजय कुमार खुद संभाले हुए हैं और दूसरे केस में सीओ जलालाबाद अमित चौरसिया से थाम रखी है।
निगोही के गांव हरसेली निवासी सुरेश की बेटी काजल स्वामी दिव्यानंद शिक्षा निकेतन में इंटर की छात्रा थी। 30 नवंबर 2023 को वह स्कूल में अर्द्ववार्षिक परीक्षा देने गई थी और लापता हो गई। छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया था कि उसे अध्यापक अमर सिंह व गांव हरसेली निवासी सचिन, अमन के साथ ही कॉलेज प्रबंधक रामबरन वर्मा पर शक है। आरोप लगाया था कि प्रबंधक ने पूछने पर धमकी दी कि जो कर मिले कर लेना।
पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। पुलिस छात्रा की तलाश कर ही रही थी कि नौ माह पहले पांच मार्च 2024 को छात्रा का शव गांव के श्यामपाल सिंह के गन्ने के खेत में मिल गया। गन्ना काटकर खेत खाली किया जा रहा था कि श्यामपाल की नजर वहां पर मिट्टी में सने हुए कपड़ों पर पड़ गई। दो कदम आगे मानव कंकाल की खोपड़ी और पैर व रीढ़ की हड्डी पड़ी थी।
इस घटना की जानकारी गांव वालों तक पहुंची तो मौके पर लोगों की भीड़ लग गई थी। पुलिस ने भी मौके पर पहुंच कर जांच-पड़ताल की। काजल के पिता सुरेश ने कपड़ों से छात्रा की पहचान अपनी बेटी के रूप में की थी। लेकिन बात पूरी तरह पुष्ट नहीं थी कि कंकाल काजल का ही है। इसलिए पुलिस ने डीएनए सैंपल लेकर जांच को भेजे थे। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि कंकाल छात्रा काजल का ही था। इसके बाद पुलिस ने भी माना कि काजल की हत्या करके शव को खेत में फेंका गया था। इसके बाद भी खुलासा नहीं हो पा रहा है। अभी भी यह केस एक राज बना हुआ है। काजल की हत्या किसने और क्यों की अभी तक किसी को भी कुछ पता नहीं है। इंस्पेक्टर अरविंद सिंह ने बताया कि केस के खुलासे का प्रयास जारी है। अभी तक विवेचना किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।
आखिर किसने सिर काटकर फेंका लौंगश्री का शव
कलान पुलिस ने बदायूं-फर्रुखाबाद मार्ग पर सहवेगपुर गांव के बाहर सात नवंबर झाड़ी में एक अधेड़ महिला की सिर कटी लाख बरामद की थी। उसका गला कटा हुआ था और सिर करीब पचास कदम की दूरी पर खेत में मिला था। कलान थाना क्षेत्र के गांव सनाय निवासी 56 वर्षीय लौंगश्री के रूप में शिनाख्त हुई थी। मृतक के बेटे छविराम ने बताया था कि उसके पिता के जलालाबाद क्षेत्र में मकान बेचकर बरेली के फरीदपुर के गांव भमौरा में मकान बनवाया था।
दोनों भाई बरेली में रहकर मजदूरी करते हैं। उसकी मां सनाय में अपनी बेटी अनीता के यहां कई साल से रह रही थी। उसने बताया कि एक साल पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सनाय गांव में मकान मिला था। उसकी मां मकान में रहती थी और बरेली से आकर वह भी रहने लगा था। वह यहां पर मजदूरी करता था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि महिला की गला काटकर हत्या की गई थी। कलान प्रभारी निरीक्षक प्रभाष चंद्र ने बताया कि पुलिस घटना का पर्दाफाश करने का प्रयास कर रही है। हालांकि अभी तक कोई महत्वपूर्ण सबूत हाथ नहीं आया है।
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