उपकेंद्र निर्माण की टेंडर प्रक्रिया में लगाया जाली अनुभव सर्टिफिकेट, जांच में खुली पोल
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लखनऊ, अमृत विचार: मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियंता ने आलमबाग के बीएन इंटरप्राइजेज फर्म संचालक के खिलाफ वजीरगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपी ने ई-पोर्टल के जरिए विद्युत उपकेंद्र के निर्माण कार्य की टेंडर प्रक्रिया में शामिल होकर पश्चिम रेलवे रतलाम में 1.87 करोड़ के कार्य अनुभव का जाली प्रमाण पत्र लगाया था। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
अधिशासी अभियंता रमेश कुमार ने बताया कि ई-पोर्टल एसजीपीजीआई 33 केवीए उपकेंद्र निर्माण और नई लाइन के लिए आवेदन मांगे गए थे। जिसमें आलमबाग के कनौसी संगम विहार स्थित बीएन इंटरप्राइजेज फर्म के मालिक वीरेंद्र सिंह ने 27 सितंबर को टेंडर भरा था। टेंडर भरने के दौरान वीरेंद्र ने अनुभव में कार्य अनुभव प्रमाण पत्र भी लगाया था। जिसमें पश्चिम रेलवे रतलाम में करीब 1,87,35,231 रुपये का काम पूरा करने का दावा किया था।
निर्देश पर ई-निविदा के वक्त लगाए गए प्रमाण पत्र की जांच अधीक्षण अभियंता पंचम अमौसी क्षेत्र ने शुरू की। वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर पश्चिम रेलवे ने 22 अक्टूबर को रिपोर्ट दी। जांच में पता चला कि वीरेंद्र सिंह ने रतलाम में कोई भी काम नहीं किया था। आरोपी ने टेंडर हासिल करने के लिए जाली कागज तैयार पर ई-टेंडर भरा था। फर्म संचालक वीरेंद्र सिंह की करतूत सामने आने पर अधिशासी अभियंता रमेश कुमार ने वजीरगंज कोतवाली में जाली दस्तावेज के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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