लखीमपुर खीरी : साहब, पुलिस ने पहले पिस्टल की बट मारी फिर टांगों के बीच किया फायर

पीड़ित ने एसपी से मिलकर औरंगाबाद व बरबर चौकी पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

लखीमपुर खीरी : साहब, पुलिस ने पहले पिस्टल की बट मारी फिर टांगों के बीच किया फायर

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। एसपी कार्यालय सोमवार को पहुंचे एक युवक ने औरंगाबाद व बरबर चौकी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने एसपी को बताया, "साहब, मेरा भाई बाइक से अपनी भांजी को लेने बरबर जा रहा था।" तभी औरंगाबाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। आरोप है कि चौकी पर पुलिस ने पिस्टल की बट मारी और उसकी दोनों टांगों के बीच फायर कर फर्जी एनकाउंटर करने की कोशिश की। एसपी ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

कस्बा औरंगाबाद निवासी मोहम्मद इरफान ने बताया कि उनके छोटे भाई फरमान के दाहिने पैर में लोहे की रॉड लगी हुई है और गांठ की कटोरी पड़ी है। वह करीब आठ महीने से बिस्तर पर पड़ा रहा है। 14 दिसंबर को फरमान बाइक से अपनी भांजी को लेने बरबर जा रहा था। शाम करीब 4:30 बजे औरंगाबाद चौराहा के आगे देवीस्थान के पास पुलिस ने उसे रोका और कागज मांगे। कागज दिखाने के बाद भी सिपाही गाली-गलौज करने लगे। फरमान ने जब इसका विरोध किया तो एक सिपाही ने उसे थप्पड़ जड़ दिया।

इसके बाद वहां मौजूद दरोगा और सिपाहियों ने मिलकर फरमान को जमकर पीटा। आरोप है कि पुलिस ने उसकी जेब में एक 315 बोर का तमंचा और दो कारतूस रख दिए। उसे बरबर चौकी ले जाया गया, जहां से पुलिस उसे बाइक पर लेकर मरघट की तरफ बने पुल के पास ले जाने को कहने लगी। जब उसने ठीक ढंग से बाइक न चला पाने की बात कही, तो उसे पिस्टल की बट से मारा और उसकी दोनों टांगों के बीच पिस्टल से फायर किया। पुलिस उससे बरबर में हुई किसी लूटपाट की घटना कबूल करवाना चाह रही थी। दहशत में आया फरमान जैसे-तैसे बाइक लेकर वहां से भागा और हिम्मत जुटाते हुए दूसरे रास्ते से घर पहुंचा। घर पहुंचकर उसने परिजनों को पूरी घटना बताई। इससे परिवार वालों के होश उड़ गए। सोमवार को इरफान अपने भाई फरमान को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी से मिलकर पूरी घटना बताई। एसपी ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

फर्जी एनकाउंटर करना चाहती थी पुलिस
मोहम्मद इरफान ने आरोप लगाया कि पुलिस उनके भाई का फर्जी एनकाउंटर करना चाहती थी। उन्होंने बताया कि फरमान की पैंट की दाहिनी जेब में जो तमंचा और 315 बोर के दो कारतूस रखे गए थे, वह अभी भी उनके पास सुरक्षित हैं, लेकिन पुलिस इसे लेने नहीं आई है। इरफान ने दरोगा की पिस्टल की फोरेंसिक जांच कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वह कोर्ट का सहारा लेंगे। एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कहा, "आरोप काफी गंभीर हैं। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

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