Mahakumbh 2025: आस्था के महाकुंभ में विकास का आचमन, धर्मोत्सव को कर्मोत्सव मान रहे मोदी-योगी
भास्कर दूबे, लखनऊ, अमृत विचार: जिस प्रकार महाकुंभ संस्कृतियों का संगम है, वैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश भारत में विकास की संगम स्थली बन गया है। आस्था के महासमागम प्रयागराज कुम्भ में प्रधानमंत्री मोदी उत्तर प्रदेश खासकर प्रयागराज की विकास यात्रा को गति देने के लिए 3858 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात आगामी 13 दिसंबर को देने जा रहे हैं। श्रद्धा के महोत्सव में विकास का आचमन सरीखीं सौगातें बदलते उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नई तस्वीर है, जो अब नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगी।
महाकुंभ में आने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए वृहद स्तर पर परियोजनाओं को अंतिम रूप दिया जा चुका है। 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ के गहरे आध्यात्मिक महत्व हैं। ऐसा माना जाता है कि इस पर्व के दौरान ग्रह इस तरह से संरेखित होते हैं कि उस स्थान की आध्यात्मिक ऊर्जा कई गुना बढ़ जाती है। जिससे यह आध्यात्मिक अभ्यास के लिए शुभ समय बन जाता है। 2025 कुंभ की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं, जिसमें सुविधाओं को बढ़ाने, सुरक्षा सुनिश्चित करने और सभी उपस्थित लोगों के लिए एक सार्थक अनुभव प्रदान करने के लिए बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी एवं #UPCM श्री @myogiadityanath जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भारत में विकास की ‘संगम स्थली’ बन गया है।#UPGovt महाकुम्भ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए ₹5,497 करोड़ और केंद्र सरकार ₹2,100 करोड़ व्यय कर रही है। श्रद्धा के महोत्सव में विकास की… pic.twitter.com/TZsOtyo4Sb
— Government of UP (@UPGovt) December 12, 2024
योगी सरकार ने महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए 5497 करोड़ रुपये राज्य सरकार और 2100 करोड़ रुपये केंद्र सरकार व्यय कर रही है। 10 हजार सामाजिक संस्थाएं अपना योगदान कुंभ के दौरान सेवा के रूप में देंगी। प्रधानमंत्री 13 दिसंबर को कुल 166 परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। जिनमें 240 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए 7 स्थान घाट, आईईआरटी आरओवी 148 करोड़ रुपये फाफामऊ सोरावं आरओबी, श्रृंग्वेरपुर धाम कॉरिडोर के लिए 135 करोड़, बेगम बाजार आरओबी के लिए 130 करोड़, फाफामऊ-सहसों रोड के लिए 116 करोड़, फाफामऊ-कमलानगर आरओबी के लिए 71 करोड़, शिवालय पार्क के लिए 14 करोड़, भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर के लिए 13 करोड़, अक्षयवट कॉरिडोर के लिए 18 करोड़, हनुमान मंदिर कॉरिडोर के लिए 40 करोड़, सात घाटों के सौंदर्यीकरण के लिए 11 करोड़, मनसौता ब्रिज के लिए 21 करोड़, अलोपीबाग फ्लाईओवर के लिए 54 करोड़, छिवकी-करछना आरओबी के लिए 61 करोड़, डीएफसीसी रूट पर आरओबी के लिए 67 करोड़, सलोरी आरओबी के लिए 78 करोड़, नैनी-मानिकपुर आरओबी के लिए 61 करोड़, बक्शी बांध आरओबी के लिए 53 करोड़, झुंसी-गारापुर दो लेन मार्ग के लिए 16.84 करोड़, सोरांव-फूलपुर-हंडिया मार्ग के लिए 58 करोड़, सिविल एयरपोर्ट के लिए 48 करोड़ रुपये के साथ कुल 166 परियोजनाएं शामिल हैं।
ये कॉरीडोर प्रमुख होंगे
महाकुंभ परिक्षेत्र में स्थित धार्मिक दर्शनीय स्थलों के लिए सरकार ने कॉरीडोर बनाकर स्थायी व्यवस्था की है, जो महाकुंभ के बाद भी जस की तस बनी रहेगी। जिसमें श्रृंग्वेरपुर धाम कॉरिडोर, भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर, प्रमुख हैं।
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